जयपुर। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना से पीड़ित मरीजों की जान बचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आरयूएचएस अस्पताल के चार गुना शैय्याओं को हाइफ्लो ऑक्सीजनयुक्त किया जाएगा ताकि गंभीर मरीजों के लिए तुरंत हाइफ्लो ऑक्सीजन आसानी से उपलब्ध करवाई जा सके।
डॉ. शर्मा ने बताया कि कोविड के मरीजों के लिए आरयूएचएस में ही 100 बैड का अतिरिक्त कोविड केयर सेंटर भी बनाया जा रहा है। निम्स मेडिकल कॉलेज में 25 ऑक्सीजन युक्त बैड और 75 कोविड केयर बैड विकसित किए जा रहे हैं।  इसके लिए निजी अस्पतालों को भी अधिगृहित किया जा सकता है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में हैल्थ इंफ्रास्क्टचर को मजबूत करने के साथ ही सरकार का पूरा ध्यान इस क्षेत्र में आ रही मैनपावर की कमी को भी दूर करने पर भी है। इसी कड़ी में 6 हजार 310 कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स की भर्ती प्रकिया प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पूरी पारदर्शिता और नियमों के अनुसार भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे पहले 2500 कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन कुछ खामियों के चलते प्रक्रिया को रोका। वर्तमान में 6310 कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ शुरू की है, ताकि कोई सवालिया निशान भर्तियों पर नहीं लगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इससे पहले 765 चिकित्सकों को नियुक्ति दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 2 हजार मेडिकल आफिसर्स की भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी। इससे संबंधित कुछ शिकायतें आने पर जांच कराई और उस परीक्षा को रद्द करवाकर दोबारा परीक्षा करवाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि सभी भर्तियां पारदर्शिता और कायदे-कानून के साथ होंगी चाहिए ताकि चयन प्रक्रिया पर को प्रश्नचिन्ह ना लगा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 12 हजार 500 एएनएम और जीएनएम के अधिकतर पदों पर नियुक्ति दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ रही है। रेडियोग्राफर्स हो या तकनीशियंस हों या अन्य पदों पर भर्ती हो, सभी को प्राथमिकता के साथ धरातल पर लाया जा रहा है।

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