-कोटा के आत्मदाह की वीडियो पोस्ट कर कहा यह सरकार के माथे पर कलंक
जयपुर. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कोटा के नयापुरा थाने में युवक के आत्मदाह की कोशिश का वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया है-कि गहलोत राज्य के सबसे नाकाम गृहमंत्री साबित हुए हैं। मुख्यमंत्री जो राज्य के गृह विभाग के मुखिया भी है, वह पुलिस थानों में हर फरियादी की सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य एफआईआर रजिस्ट्रेशन का ढोल पीटते रहते हैं। लेकिन कोटा के नयापुरा थाने में युवक के आत्मदाह के प्रयास की घटना उनके तमाम दावों की पोल खोल रही है। गहलोत के जंगलराज में कांग्रेस पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करने से साफ महसूस हो रहा है कि किस कदर पुलिस सिस्टम का कांग्रेसीकरण हो चुका है। पीड़ित राधेश्याम मीणा की रिपोर्ट दर्ज नहीं करके उसे आत्मदाह के लिए मजबूर करना गहलोत सरकार के माथे पर कलंक है। अशोक गहलोत इतिहास के सबसे नाकाम गृहमंत्री साबित हुए हैं, जिनके सलाहकार भी जनता को ‘राजीव गांधी अमर रहे और अशोक गहलोत जिंदाबाद’ के अलावा कोई दूसरा नारा लगाने पर पुलिस का खौफ दिखा रहे हैं। पुलिस तंत्र के कांग्रेसीकरण के कारण ही राजस्थान अपराधों का गढ़ बन चुका है। राठौड़ ने कहा-एनसीआरबी के लेटेस्ट आंकड़े भी चीख-चीख कर राजस्थान में लचर कानून व्यवस्था और अपराधियों के बुलंद हौसलों की हालत को दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री चाहे कितने दावे कर लें, लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश में किसी भी वर्ग की सुनवाई थानों में नहीं हो रही है।
कोटा में गुरुवार रात खुद को आग लगाने वाला व्यक्ति कांग्रेस नेता की पिटाई और उसकी पत्नी के साथ किए गए खराब व्यवहार से परेशान था। दरअसल, आत्मदाह करने की कोशिश करने वाले राधेश्याम को बेटी के कुछ डॉक्युमेंट बनवाने थे। इसके लिए उसने कांग्रेस पार्षद से मदद मांगी थी, जब काम नहीं हुआ तो उसने वॉट्सऐप ग्रुप पर पार्षद की आलोचना की थी। फिलहाल राधेश्याम को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इसके बाद पार्षद के कुछ लोग राधेश्याम के पास आए और उसके साथ मारपीट की। यही नहीं उसकी पत्नी से भी अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद राधेश्याम ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने खुद को आग लगा ली।कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राधेश्याम दूसरी पार्टी का है और बहकावे में आकर मुझ पर आरोप लगाए हैं। वहीं कार्रवाई नहीं करने वाले नयापुरा थाने के सीआई भूपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार नयापुरा थाना निवासी राधेश्याम मीणा (40) का अपने ही वार्ड (66) के पार्षद हरि सुमन से विवाद चल रहा था। यह विवाद 5 सितंबर से पहले शुरू हुआ था। राधेश्याम के दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी 13 साल व बेटा 10 साल का है। परिजनों ने बताया उसकी बेटी सिविल लाइन के खंड गांवड़ी सरकारी स्कूल में पढ़ती है। स्कूल की ओर से एक कॉम्पिटिशन एग्जाम होना था। बेटी के स्कूल में कोई डॉक्युमेंट चाहिए था तो राधेश्याम ने मदद के लिए वार्ड के वॉट्सऐप ग्रुप पर पार्षद के लिए मैसेज लिख दिया। इसी ग्रुप में स्कूल के टीचर और स्टाफ के दूसरे सदस्य भी जुड़े हैं। जब काम नहीं हुआ उसने ग्रुप पर ही पार्षद पर काम न होने का आरोप लगाया। बस, यहीं से पार्षद-राधेश्याम के बीच विवाद हो गया।

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