– राजस्थान किसान आयोग अध्यक्ष महादेवसिंह खंडेला के विवादित बोल
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा में सोमवार को किसान संवाद कार्यक्रम में शामिल होने आये राजस्थान किसान आयोग अध्यक्ष महादेवसिंह खंडेला अपने विवादित बयान से चर्चा में आ गए हैं। खंडेला ने अपना बयान दो दिन पहले सीकर में कोचिंग स्टूडेंट की रोड के गड्ढे में डूबने से हुई मौत के मामले में दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चे तो रोज मरते रहते हैं, कभी नदी में डूब रहे हैं तो कभी तालाब में।
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष व राज्यमंत्री महादेव सिंह खंडेला एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को भीलवाड़ा आए। यहां उन्होंने नगर परिषद में आयोजित कृषक संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के बाद खंडेला मीडिया से रुबरू हुए। वहां उन्होंने यह विवादित बयान दिया।
खंडेला शनिवार को सीकर के नवलगढ़ रोड पर सड़क के बीच हुए गड्ढे में डूबने से कोचिंग स्टूडेंट युवराज मीणा की मौत को लेकर सवाल किया गया था। खंडेला ने इस मामले में कहा कि बच्चे तो रोज मरते हैं, क्या बात करते हो इतने नदियों में डूब गए, तालाबों में डूब गए। कल हमारे चोमूं के पास रोड बनी थी, वहां कुएं में बच्चा डूब कर मर गया। इसके साथ ही खंडेला ने विधायक राजेंद्र पारीक व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच एक महीने पहले सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बहस को लेकर बताया कि वह एक दूसरे को समस्याओं के समाधान का तरीका बता रहे थे। राजेंद्र पारीक रोड की समस्या के समाधान के बारे में कह रहे थे। दोनों के बीच झगड़ा नहीं था। समस्या के समाधान का तरीका अलग था।
इससे पूर्व राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला की अध्यक्षता में सोमवार को नगर परिषद टाउनहॉल में कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष खंडेला ने बताया कि राजस्थान किसान आयोग का गठन किसानों की समस्या के साथ सुझावों को राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए किया गया है।
कृषि अर्थशास्त्री व पूर्व निदेशक महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर डॉ सुखदेव सिंह बुरड़क ने कहा कि बिना संवाद के कोई समाधान नहीं होता है। अतिरिक्त निदेशक, कृषि (वि.) खण्ड भीलवाडा डॉ. रामावतार शर्मा द्वारा स्वागत उद्बोधन में जिले की कृषि परिदृश्य तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसान हितार्थ योजनाओं के लक्ष्य एवं प्रगति से अवगत कराया गया।

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