Max hospital case

नयी दिल्ली : मैक्स अस्पताल में जुड़वां बच्चों में से एक को गलत तरीके से मृत घोषित किये जाने के मामले में दिल्ली पुलिस की जांच में देरी हो सकती है क्योंकि वह दिल्ली चिकित्सा परिषद :डीएमसी: के जवाब का इंतजार कर रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में नौ चिकित्सकों और दो नर्सों को कथित चिकित्सीय लापरवाही के मामले में 20 दिसंबर को नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब तलब किया है । दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा मामले की जांच कर रही है। मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि मामला चिकित्सीय लापरावाही का है इसलिए हमें विशेषज्ञों की राय पर भरोसा करना होगा ।

उन्होंने बताया, ‘‘हमारे अधिकारियों ने अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सों से बातचीत की है । हमने बच्चे के परिवार से भी बातचीत की है लेकिन इसमें कुछ तकनीकी बिंदु हैं जिसमें हमें जांच में आगे बढ़ने से पहले स्पष्टता की आवश्यकता है ।’’ अधिकारी ने बताया कि बच्चा 22 हफ्ते का था और समय से पूर्व जन्मा था । चिकित्सा दिशा-निर्देशों के अनुसार 22 सप्ताह और उसके आस-पास जन्म लेने वाले बच्चे सामान्य तौर पर बचते नहीं हैं और उसे जन्म लिया हुआ नहीं माना जाता है । उन्होंने बताया कि चिकित्सा निर्देश है लेकिन सचाई यह है कि बच्चे को जिंदा होने के बावजूद मरा हुआ घोषित कर दिया गया । इसकी जांच की जा रही है। इस मामले में दिल्ली मेडिकल काउंसिल के रिपोर्ट की प्रतीक्षा है और आगे की जांच इसी रिपोर्ट पर आधारित होगी ।

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