पाठ्य पुस्तकों के प्रकाशन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये -देवनानी

ajmer.राजस्थान ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित सुदामा शर्मा ने एक प्रेस वार्ता वृंदावन रेस्ट्राॅरेन्ट पुष्कर रोड़ में समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों लेकर प्रेस वार्ता आयोजित की तथा पं.सुदामा शर्मा ने बताया की हमने विगत 2 वर्ष से अधिक समय से अजमेर उत्तर के वर्तमान विधायक और शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी को पहले मंत्री पद से हटाने एवं बाद में पार्टी का टिकट न देने का पार्टी से अनुरोध किया था, परन्तु पार्टी ने पुनः देवनानी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो कि बहुत ही दुखद है। जिसने ब्राह्मण समाज का अपमान किया। मंत्री देवनानी स्वयं के नाम के आगे प्रोफेसर लगाते है। जबकि वे केवल स्नातक है, एक व्यक्ति द्वारा इस बाबत् हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई तो माननीय न्यायाल ने 4 हफ्ते में देवनानी को जवाब पेश कर अपनी डिग्री दिखाने का निर्देश दिया, जो आज तक न्यायालय मंे प्रस्तुत नहीं की गई। चूंकि याचिकाकत्र्ता ब्राह्मण समाज से था, अतः अपनी खीज समस्त ब्राह्मण समाज पर निकालते हुए सम्पूर्ण समाज पर अभद्र टिप्पणी की, जिसका विरोध पूरे राजस्थान में हुआ। हमने उस समय भी प्रधानमंत्री, पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुख्यमंत्री को अपने खून से पत्र लिखकर देवनानी को मंत्री पद से हटाने की मांग की, परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई।

समाज के असम्मान की पराकाष्ठा तो तब हो गई जब अभी कुछ दिनों पूर्व समाजबंधुओं द्वारा समाज को अपमानित करने वाले वासुदेव देवनानी का सांकेतिक विरोध स्वरूप पार्टी का टिकट नहीं देने हेतु शांतीपूर्ण तरीके से एक रेल्वे का टिकट पार्टी को देने का प्रयास किया तो हमारे विरूद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाकर आचार संहिता के आधार पर गिरफ्तार करवाया। गिरफ्तारी के अगले ही दिन पार्टी के शहर अध्यक्ष ने देवनानी को कार्यकत्र्ता सम्मेलन में पार्टी से जुड़े कई समाजबंधुओं की उपस्थिति में ब्राह्मण समाज से माफी मांगने का आग्रह किया, परन्तु देवनानी ने ऐसा करने से इन्कार किया। हमारे द्वारा अनैको बार माफी मांगने का आग्रह करने पर भी देवनानी भी हठधर्मिता बरकरार है। अब समाज ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि अब देवनानी को किसी भी परिस्थिति में माफ नहीं किया जायेगा। बंधुओं आपको यह भी जानकारी होगी कि दिनांक 16 मई 2016 को कोटपुतली में शिक्षा कर्मचारी दिनेश शर्मा ने अपने कार्यालय में फांसी का फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त की थी, दिवंगत दिनेश शर्मा ने आत्महत्या से पूर्व 4 पेज का सुसाईट नोट 20 महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों को पे्रषित किया था। जिसमें स्पष्ट रूप से देवनानी के निजी सहायक को उल्लेखित करते हुए तबादलों की एवज में 16 लाख रूपये डकारने का आरोप लगाया था और वो देवनानी के जयपुर स्थित सरकारी निवास में ही निजी सहायक के बतौर कार्यरत था। उसकी जांच पर भी पर्दा डाला गया। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा भी जांच के आदेश देने के बाद भी सत्ता का दुरूपयोग करते हुए मामले को दबा दिया गया।

अतः हमने निर्णय लिया है हम अब, अजमेर उत्तर के हर वार्ड में जाकर प्रत्येक समाज बंधु से आग्रह करेंगे, देवनानी को हराये। हमारा समाज किसी राजनैतिक दल का न तो विरोधी है न समर्थक। प्रत्येक व्यक्ति स्वतंत्र है। वो अपने विवेकानुसार किसे मत दे, यह उसका निजी फैसला होता है, परन्तु जिस व्यक्ति ने सम्पूर्ण समाज का अपमान किया है। ऐसे व्यक्ति को सबक सिखाना आवश्यक है। हम सभी समाजबंधु दिनांक 25 नवम्बर 2018 से अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में सघन जनसम्पर्क कर ब्राह्मण समाज को अपमानित करने वाले वासुदेव देवनानी को हराकर उनके गृह जिले उदयपुर भेजने की पूर्ण व्यवस्था करेंगे। इस प्रेस वार्ता में समाज के प्रतिनिधि के रूप में पंडित सुदामा शर्मा अध्यक्ष राजस्थान ब्राह्मण महासभा, भंवर लाल पाराशर, एच.पी.शुक्ला, राजीव शर्मा, रामदयाल शर्मा, ओमप्रकाश पारीक, गोपाल शस्त्री, मनोज आर्चाय, आशीष शर्मा, दिनेश शर्मा, घनश्याम शर्मा, विवेक पाराशर, अनुपम शर्मा, रामनारायण त्रिवेदी आदि पदाधिकारी उपस्थित थें।

LEAVE A REPLY