Blooming faces
जयपुर।  सबसे कम उम्र में ग्रैंड स्लैम खेलने वाली पहली भारतीय खिलाडी लावण्या सिंह खनूजा ने जब कैंसर पीडित बच्चों से मुलाकात करके उन्हें उपहार दिए तो सभी बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और आंखों में चमक आ गई। भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में कैंसर का उपचार करवा रहे बाल रोगियों से मिलने के लिए इंटरनेषनल टेनिस प्लेयर लावण्या सिंह हॉस्पिटल पहुंची। लावण्या ने बाल रोगियों के साथ लंबा समय बिताया और उन्हें उपहार देकर उनकी विषेज को पूरा भी किया।]
बच्चों के साथ खेले गेम्स 
लावण्या से मिलकर बच्चों के चेहरे पर एक अलग ही खुषी नजर आई। किसी ने लावण्या के साथ सेल्फी ली तो किसी ने ऑटोग्राफ लिए। बच्चों का उत्साह देखकर लावण्या ने कहा कि बच्चों के साथ हमेषा बच्चा बनकर टाइम बिताने में मजा आता है, इनके साथ जब कोई हंसता है तो जिंगदी और भी खुषनुमा हो जाती है। मुझे इन बच्चों से मिलकर काफी पॉजिटीव एनर्जी मिल रही है। लावण्या ने बच्चों को यूएस ओपन ग्रैंड स्लेम साइन की टेनिस बॉल भी गिफ्ट की जिसे पाकर बच्चें काफी खुष हुए। हॉस्पिटल प्रषासन की ओर से बच्चों को उपहार देने और सेलिब्रिटी से उनकी मिलने की ख्वाहिषों को पूरा किया जाता है। इन प्रयासों से उनके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मकं प्रभाव पड़ता है, अस्पताल के साथ अपनापन बना रहता है और अस्पताल में इलाज हेतू आने का डर भी खत्म हो जाता है।
ड्रीम्ज़ फाउंडेशन (केजीके इनिशिएटिव) की पहल
ड्रीम्ज़ फाउंडेशन का उद्देश्य कैंसर जैसी भयावह बीमारी से पीड़ित बालरोगियों को मनचाहे उपहार देकर उनके चेहरों पर मुस्कान लाना है। इसके तहत अस्पताल में भर्ती 1 से 18 साल की आयु के बच्चों की कोई भी एक विश पूरी करने की पहल की जाती है। ड्रीम्ज़ फाउंडेशन की अध्यक्षा अनिला कोठारी के नेतृत्व में अब तक 3000 से अधिक बालरोगियों की विश पुरी की जा चुकी है।

LEAVE A REPLY