नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में आई सारी रकम को वैध नहीं माना जा सकता और रेवेन्यू डिपार्टमेंट इसकी जांच कर सकता है। नोटबंदी के बाद करीब 15.44 लाख करोड़ रुपये के 500 और 1000 के पुराने नोट बैंकों में जमा हो चुके हैं। वित्त मंत्री जेटली ने फेसबुक पर लिखे ब्लॉग में लिखा है कि बैंक में नोट जमा होने से ब्लैक मनी का रंग नहीं बदल जाता। हां, इससे जमा करने वाले की पहचान छिप जाती है और इसे पकड़ा जा सकता है। नोटबंदी के बाद देश में 500 और 1000 रुपये के रूप में मौजूद ज्यादातर रकम बैंकिंग सिस्टम में वापस लौट आई है। ब्लैक मनी खुद घोषित की जाए या फि र पकड़ी जाए, उस पर जरूरी टैक्स और पेनल्टी लगेगी। बैंकों के आगे लगी कतारें अब खत्म हो चुकी हैं और बैंकों में तेजी से नए नोट आ रहे हैं। इसके अलावा इकॉनमी पर पडऩे वाले इसका विपरीत असर भी खत्म हो रहा है।