नागपुर: भैयाजी जोशी को आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देशभर के पदाधिकारियों ने आरएसएस महासचिव के रूप में तीन साल के कार्यकाल के लिए पुन: निर्वाचित किया। वर्ष2009 से आरएसएस का महासचिव पद संभाल रहे जोशी अब2021 तक इस पद पर बने रहेंगे। वह एच वी शेषाद्रि के बाद इतने लंबे कार्यकाल के लिए आरएसएस के सरकार्यवाह रहने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। शेषाद्रि1987 से2000 तक इस पद पर रहे थे।
संघ के महासचिव इसके कार्यकारी प्रमुख होते हैं जो संगठन के रोजाना के कार्यों की देखरेख करते हैं। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ सह कार्यवाह का चुनाव आज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और सुरेश भैयाजी जोशी को एक और कार्यकाल के लिए पुन: निर्वाचित किया गया।’’ वह यहां संघ की तीन साल में एक बार होने वाली बैठक‘‘ प्रतिनिधि सभा’’ से इतर बोल रहे थे। जोशी के पुन: निर्वाचन ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया कि संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले संघ के महासचिव का पद संभाल सकते हैं। चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देते हुए वैद्य ने कहा कि मध्य भारत के लिए आरएसएस के प्रमुख अशोक सोनी चुनाव अधिकारी थे और उन्होंने चुनाव प्रक्रिया शुरू की।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी क्षेत्र के लिए संघ के प्रमुख जयंत भदेसिया ने जोशी के कार्यकाल में आरएसएस की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए पुन: निर्वाचन के लिए उनके नाम का प्रस्ताव रखा। इसका उत्तर प्रदेश से संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी वीरेंद्र पराक्रमादित्य तथा कुछ अन्य ने समर्थन किया। सूत्रों के अनुसार, संघ ने इस महत्वपूर्ण समय जब वह सभी दिशाओं में खुद का विस्तार कर रहा है, बदलाव की जगह निरंतरता को तरजीह दी।
जोशी के अलावा कर्नाटक, आंध्र और तेलंगाना राज्यों वाले दक्षिण मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय संघचालक वी नागराज को भी सर्वसम्मति से पुन: चुना गया। यह उनका दूसरा कार्यकाल है। इसी तरह से, भदेसिया को गुजरात, कोंकण, देवगिरि, विदर्भ और पश्चिम महाराष्ट्र वाले पश्चिम क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय संघचालक फिर से चुना गया।


































