जयपुर। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा है कि विहिप और बजरंग दल पर प्रतिबंध की मेरी मांग पूरी तरह सैद्धांतिक है.सुप्रीम कोर्ट ने भी राजस्थान समेत छह राज्यों को नोटिस जारी कर कहा कि क्यों नहीं कथित गौरक्षक दलों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा था कि कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर गुण्डागर्दी करते हैं। अलवर जिले में जिस तरह एक गौपालक पहलू खान को नेशनल हाइवे पर पीट पीट कर मार डाला गया। हम यही कह रहे हैं कि सिर्फ मजहब के आधार पर कोई इंसान गौतस्कर नहीं होता और कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं है । गांवों में बहुत सारे अल्पसंख्यक भाई भी गौपालक हैं । श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ के सरदारगढ़ गांव में मुस्लिम आबादी है वहाँ छह हजार राठी नस्ल की गायें पाली जाती है । पाली जिले के जैतारण में तो हजरत सैयद मिर्ज़ा अली पीर की दरगाह है जो कि गायों की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे। मैंने जब विहिप और बजरंग दल पर प्रतिबंध की मांग की तो इन लोगों ने मुझे राष्ट्र विरोधी और ना जाने कितने ही गलत शब्दों से मीडिया में संबोधित किया । मैं आज पूछना चाहता हूँ कि क्या विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल हिन्दू समाज और राष्ट्रीयता के ठेकेदार हैं… क्या ये लोग राष्ट्रीय व धार्मिक आस्था का प्रमाणपत्र बांटने वाले पीठाधीश्वर हैं । पहलू खान ने अपने मृत्यु पूर्व बयान में इन संगठनों पर हमले का आरोप लगाया है… राज्य की भाजपा सरकार इसकी सीबीआई जांच क्यों नहीं करा लेती । कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा में भी पुरजोर रूप से उठाएगी ।
हमारा हिन्दू समाज बहुत विराट है और कबीर, मीरां, नानक, तुलसी, रैदास, दादू जैसे संतों की वाणी से हमारी संस्कृति पोषित है । मैं खुद गौपालक हूँ… किसान का बेटा हूँ और किसान के लिए गाय माता समान है । राजनीति में आने से पहले भी मैं गौशालाओं से जुड़ा था और प्रधान, सांसद, जिला प्रमुख जिस भी पद पर रहा.. मैंने गौशालाओं से सदैव जीवंत रिश्ता रखा… आज भी यह रिश्ता कायम है और हमेशा रहेगा । लेकिन विहिप और बजरंग दल के लोगों की आंखों पर स्वार्थ की पट्टी बंधी है।
-राजस्थान में पांच करोड़ से ज्यादा हिन्दू, दोनों संगठनों की सदस्यता कितनी है 
रामेश्वर डूडी ने कहा है कि राजस्थान में ही करीब पांच करोड़ से ज्यादा हिन्दू होंगे….इन दोनों संगठनों की सदस्यता कितनी है ? क्या ये लोग विराट हिन्दू समाज के असली प्रतिनिधि हैं… ये लोग कब समाज के सुख -दुःख में आगे आते हैं… ये कथित गौरक्षक दल तब कहाँ थे जब जयपुर की हिंगौनिया गौशाला में हजारों गायें भ्रष्टाचार के कारण तड़प- तड़प कर मर गईं । ये चंद लोग सिर्फ सांप्रदायिक उन्माद के रास्ते पर चलना जानते हैं । आज समय आ गया है जब विराट हिन्दू समाज यह दृढ़ता से कहे कि विहिप हो या बजरंग दल कोई भी हिन्दू समाज का स्वयंभू ठेकेदार नहीं हो सकता । हमारा समाज महान परंपराओं व आदर्श से प्रेरणा लेता है… मैं स्वयं प्रदेश में जितने राजनीतिक कार्यक्रमों में जाता हूँ… उतने ही सामाजिक कार्यक्रमों व सिद्ध साधु -संतों  के स्थलों पर दर्शनार्थ जाता हूँ… जो प्रदेश के गांव-गांव में समाज की प्रेरणाशक्ति हैं । इसलिए मैं कहना चाहता हूँ कि विहिप और बजरंग दल अपने तुच्छ स्वार्थवश हिंदू समाज की आड़ नहीं लें । हम जब इनकी आलोचना करते हैं तो वह समस्त हिंदू समाज की आलोचना नहीं होती है । हिंदू समाज विहिप व बजरंग दल का बंधक नहीं है । हिंदू दर्शन कर्मयोग का संदेश है जो कि हमें भाईचारा, एकता व समन्वय सिखाता है…इसलिए मैं राजस्थान के गाँव- देहात में सामाजिक स्तर पर जनजागरण करूंगा और किसानों की चौपाल पर युवा शक्ति को साथ लेकर इन दोनों संगठनों के खोखलेपन को बेनकाब किया जाएगा । “