जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक कालीचरण सराफ ने हिंगोनिया गौशाला मे गौवंश की मृत्यु एवं अव्यवस्थाओं के लिए स्वायत्त शासन मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जयपुर नगर निगम मे गौवंश गौशाला के लिए पर्याप्त बजट होने के बाद भी बजट रोकने वालों पर कार्यवाही नही होना दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि भारतीय संस्कृति मे गायों को माता के रूप मे माना जाता है। देश मे सभी दलगत राजनीति से उठकर गायों की सेवा मे लगे हुए है।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार में गायों की दुर्दशा ना हों जिसके लिए अलग से एक गौपालन विभाग एवं गौपालन मंत्री बनाया गया था, तथा गायों के चारे एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए काफी बजट भी गौशालाओं को दिया गया। करीबन 150 गौवंश की मृत्यू पर एक-दो छोटे कर्मचारियों को निलबिंत करने की कार्यवाही कर मामले को बंद कर दिया गया है, जबकि नगर निगम के उच्च पदाधिकारी एवं प्रमुख बचे हुए है जिन पर गौवंश पर खर्च होने वाले बजट को रोकने का आरोप है।
कालीचरण सराफ ने कहा कि पिछले कुछ समय से जयपुर नगर निगम मे अखबारों के द्वारा ज्ञात हुआ कि गायों को बजट के अभाव मे चारे की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों मे करीबन 150 गायों की मौत चारे के अभाव और बीमारियों के कारण हुई, जो कि असहनीय है।
विधायक एवं पूर्व मंत्री सराफ ने आरोप लगाते हुए स्वायत्त शासन मंत्री शान्ति धारीवाल को आडे हाथ लेते हुए हिंगोनिया गौशाला मे हुई अव्यवस्थाओं पर मंत्री को पत्र भी लिखा है, जिसमे मूल रूप से डाॅक्टरों एवं उच्च अधिकारियों द्वारा जाॅच दल गठित करने की मांग भी की। पत्र मे सराफ ने गौवंश की चारे पानी गुणवता युक्त खाद्य पदार्थ, अधिकारियों पर तुरन्त कार्यवाही एवं रहने के लिए उचित बाडों की संख्या मे वृद्वि करने की मांग भी की एवं रूके हुये बजट को तुरन्त जारी करने की मांग की है।