जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2020-21 का राज्य बजट पेश किया। बजट में सरकार ने राजस्थान के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य, बेहतर शिक्षा और किसानों की आय दुगुनी करने के लिए कई घोषणा की, साथ ही युवाओं, महिलाओं, खिलाडिय़ों के लिए विशेष ध्यान रखा गया। 12 हजार 345 करोड़ 61 लाख रुपए के घाटे के बजट के साथ सरकार ने बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने के लिए निरोगी राजस्थान का लक्ष्य पाने के लिए चिकित्सा पर 14 हजार 533 करोड़ 37 लाख रुपए का प्रावधान का प्रस्ताव रखा है।
राज्य कर्मचारियों का डीए 12 फीसदी बढ़ाकर 17 फीसदी कर दिया है। यह 1 जुलाई 2019 से बढ़कर मिलेगा। वहीं ओलंपिक खेलों में राज्य के खिलाड़ी के गोल्ड मेडल जीतने पर 3 करोड़ देने की घोषणा की, साथ ही सिल्वर जीतने पर 2 करोड़ और कास्यं जीतने पर 1 करोड़ रुपए ईनामी राशि खिलाड़ी को देने का प्रावधान रखा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण राज्य के राजस्व में गिरावट में कमी बताते हुए कहा कि प्रदेश के 10 हजार 362 करोड़ रुपए केन्द्रीय करों में काटे जा रहे है। पिछली सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण तीन लाख दस हजार करोड़ रुपए का कर्ज मिला। साथ ही 13 हजार करोड़ रुपए के कार्यों का भुगतान का भार भी सरकार पर छोड़ा गया है।
गहलोत ने निरोगी राजस्थान अभियान को गति प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए का निरोगी राजस्थान प्रबंधन कोष के गठन की घोषणा की है। अगले साल से नागरिकों का डिजीटल हेल्थ सर्वे करवाने और नि:शक्तता की पहचान के लिए जिला स्तर पर अर्ली इंटरवेंशन सेंटर की स्थापना की घोषणा की गई। अशोक गहलोत ने मिलावटखोरों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का जिक्र करते हुए कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्यवाही के लिए अलग से फ ास्ट ट्रेक कोर्ट खोले जाएंगे। गहलोत ने कहा है कि कृषि में सौर ऊर्जा के उपयोग की अपार संभावनाएं हैं। इसमें 25000 नई सोलर पंप लगाए जाएंगे। 200000 टन यूरिया और डीएपी के अग्रिम भंडारण की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक किसान को अनुदान के रूप में 45000 रुपए उपलब्ध कराए जाएंगे।


































