जयपुर. भारत छोड़ो आंदोलन क्रांति दिवस की 75वीं वर्षगांठ के दिन जयपुर षहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जयपुर शहर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत का राष्ट्रीय ध्वजा तिरंगा झण्डा लेकर आॅल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महासचिव अविनाश पाण्डेय, प्रदेशध्यक्ष सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष रामेष्वर डूडी और जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास के नेतृत्व में पीसीसी मुख्यालय से शहीद स्मारक, गवर्नमेंट हाॅस्टल तक पदयात्रा की। पदयात्रा के दौरान भारत का तिरंगा झण्डा लिये हुये हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भारत माता की जय, वन्दे मारतम, महात्मा गांधी अमर रहें, आजादी के षहीद जिन्दाबाद, इंदिरा गांधी अमर रहें जैसे नारे लगाते हुये चल रहे थे। देष के सम्मान में आजादी के सिपाहियों को सम्मान देने के लिये की गई इस पदयात्रा का संसार चन्द्र रोड़ पर व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने स्वागत किया। संसार चन्द्र रोड़ से होते हुये पदयात्रा षहीद स्मारक पर पहुंची। यहां पर शहीद स्मारक को तिरंगे झण्डों से सजाया गया था, तिरंगे झण्डों के साथ कांग्रेस के झण्डे तथा महात्मा गांधी की दांडी यात्रा के पोस्टर लगे हुये थे।
इस अवसर पर देषभक्ति गीतों का प्रोग्राम भी रखा गया था, पदयात्रा जब शहीद स्मारक पर पहुंची तो वहां पर वन्दे मातरम्, जो षहीद हुये हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी और मेरा रंग दे बसंती चोला, जैसे देषभक्ति गीतों गाकर कलाकारों ने प्रस्तुतीयां दी। स्मारक पर देषभक्ति का माहौल बना हुआ था। इस अवसर पर प्रभारी महासचिव अविनाश पाण्डेय ने कहा कि आज पूरे देश में कांग्रेस के आहवान पर भारत छोडों आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर भव्य समारोह आयोजित किये जा रहे हैं। आज के दिन हम सभी को भारत की मजबूती और एकता व अखण्डता बनाये रखने का संकल्प लेना है।
कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पूरे प्रदेष में सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस आज पदयात्राऐं करके हमारे आजादी के सिपाहियांे को श्रृद्धांजलि दे रही है। इतिहास से महापुरूषों के नाम हटाकर भाजपा सरकार आजादी के इतिहास को नहीं बदल सकती। पायलट ने कहा कि आज के दिन पूरे देष में एक उमंग और उत्साह है। हमें देष को आगे बढ़ाने और मजबूत करने का संकल्प लेना है। उन्होंने युवाओं से देष की तरक्की में योगदान करने का आहवान किया। प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस के अधिवेषन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया था। इसके बाद 9 अगस्त से भारत छोड़ों आंदोलन षुरू हो गया। अंग्रेजों के जुल्म के कारण मात्र एक वर्ष में भारत के 942 लोग अंग्रेजों के जुल्म के कारण षहीद हो गये।
Attachments area

LEAVE A REPLY