Sexually-harassing

बांसवाड़ा. रेप का शिकार हुई नाबालिग लड़की ने रविवार दोपहर को एक स्वस्थ लड़के को जन्म दिया। 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग 8 महीने के गर्भ से थी। पेट में दर्द की शिकायत पर बीती शाम परिवार ने बेटी को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां एसीडिटी की शिकायत पर डॉक्टर्स ने जांच की तो सच कुछ ओर ही सामने आया। लड़की 8 महीने के गर्भ से है, जानकर मां-बाप के पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। रविवार को सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) मौके पर पहुंची। काउंसलर की ओर से हुई पूछताछ में लड़की ने उसके साथ हुई हरकत की जानकारी दी। लड़की के बयानों के आधार पर रेपिस्ट की पहचान प्रतापगढ़ निवासी विजयदास के तौर पर की जा रही है जो खिलौने की दुकान लगाता था और प्रतापगढ़ जिले का रहने वाला है। कुछ चीजों का लालच देकर आरोपी ने लड़की के साथ अवैध रिश्ते बनाए। मामला सामने आने के बाद से आरोपी गायब है। मामले के सीडब्ल्यूसी चेयरमैन दिलीप रोकड़िया ने बताया कि उनकी ओर से थाने में रिपोर्ट दी जाएगी। पिता ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि बेटी के गर्भवती होने की उन्हें जरा भी आशंका नहीं थी। बेटी आलू ज्यादा खाती थी। इसलिए जब भी वह पेट दर्द बताती तो परिवार कहता कि एसीडिटी हो रही होगी। आलू खाने से एसिडिटी होती है। लेकिन, डॉक्टर्स मामले को लेकर आश्चर्य जता रहे हैं। उनका कहना है कि 5 महीने बाद गर्भवती का पेट दिखने लगता है। लगातार बढ़ते पेट को लेकर मां कैसे अनजान बनी रही। खास बात ये है कि इन सबके बावजूद लड़की नियमित स्कूल भी जाती थी। डॉ. दिव्या पाठक ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि चूंकि लड़की के गर्भ को 37 सप्ताह हो चुके हैं। सामान्य तौर पर पूर्ण प्रसव 40 सप्ताह में होता है। ऐसे में दर्द के कारण बच्चे को निकालने के लिए ऑपरेशन करना पड़ेगा। इससे बच्चा प्री-मेच्योर होने के साथ रिस्क भी बढ़ जाएगी। इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने बिना देर लगाए ऑपरेशन का निर्णय किया, जहां दोपहर साढ़े 12 बजे लड़की ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
सच सामने आने के बाद मां बाप और परिवार पुलिस और सीडब्ल्यूसी के सामने रोता दिखाई दिया। काउंसलर से मिली जानकारी के अनुसार करीब नवम्बर-दिसम्बर के बीच आरोपी ने पेंसिल की लालच दी। इसके बाद वह उसे एकांत में ले गया, जहां उसके साथ रेप किया। पीड़िता के मुताबिक आरोपी बीच में भी मौका पाकर ऐसा करता था।

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