जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की पहल पर केन्द्र सरकार शीघ्र ही राजस्थान के लिए 94 करोड़ रूपये की लागत के कौशल विकास योजना को स्वीकृति देगी। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के 65 हजार युवाओं को राजस्थान की पारम्परिक कलाओं में प्रशिक्षित कर पारंगत किया जाएगा। केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने रूडी से राजस्थान में ऑटोमेटेड ड्राइवर्स ट्रेनिंग, टेस्टिंग एण्ड स्किल इन्स्टीट्यूट स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के माध्यम से 50 करोड़ रूपये की सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया। बैठक के बाद आरएसएलडीसी के प्रबन्ध निदेशक कृष्ण कुणाल ने बताया कि नए प्रोजेक्ट के तहत युवाओं को राजस्थान की पारम्परिक कलाओं जैसे कोटा डोरिया, जालौर-सिरोही के मार्बल पत्थर पर नक्काशी के साथ-साथ डेयरी, पशुपालन और कृषि कार्यों में प्रशिक्षित किया जाएगा। बैठक में राजस्थान में मल्टी स्किल आईटीआई और प्रस्तावित स्किल यूनिवर्सिटी पर भी विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में निदेशक बिमल कुमार सिकदर, प्रदेश के शासन सचिव श्रम एवं कौशल विकास रजत मिश्र सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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