सीए सहित 3 फर्मों के मालिकों को कोर्ट ने भ्ोजा जेल
जयपुर। फर्जी कम्पनियां बनाकर एवं फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों रुपए की केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर ;जीएसटीद्ध की चोरी के अपराध में रविवार को गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को जीएसटी निदेशालय ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। आर्थिक अपराध कोर्ट में जज सुरेन्द्ग मीना ने आरोपी कर सलाहकार एवं सीए पंकज खण्डेलवाल निवासी चम्पा नगरए गुर्जर की थड़ीए जयपुर एवं गाजियाबाद.यूपी निवासी संदीप अग्रवाल व श्रीराम कुमार सिंह को 2 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भ्ोज दिया।
बाद में तीनों की जमानत अर्जी पेश की गईए जिस पर कोर्ट मंगलवार को फैसला सुनाएगी। प्रारम्भिक जांच में विभाग ने 57 करोड़ रुपए की कर चोरी पकड़ी है। जांच के दौरान फर्जी बिलों का आंकड़ा 316 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। निदेशालय ने 18 मई को एक साथ उत्तर प्रदेशए मध्यप्रदेशए राजस्थान और दिल्ली स्थित 17 परिसरों में छापे मारे गए थ्ो। फर्जी दस्तावेजों के साथ 48ण्4० लाख रुपए नकद एवं 37००० यूएस डॉलर मिले थ्ो। उपरोक्त अपराध में 5 साल की जेल एवं जुर्माने की सजा का प्रावधान है। मामले में आदित्य गुप्ता सहित अन्य की भूमिका की जांच की जा रही है। जमानत प्रार्थना पत्रों का विरोध करते हुए विभाग का कहना था कि श्रीरामकुमार सिंह फर्म अनंत एन्टरप्राइजेज का मालिक एवं सम्यक ट्रेडर्स का पार्टनर है।
इसी तरह संदीप अग्रवाल मैसर्स राधिका एन्टरप्राइजेज का मालिक है एवं कई बोगस फर्मो का संचालक है। कर सलाहकार फर्म मैसर्स इनफिनीटी का मालिक सीए पंकज खण्डेलवाल है। 18 मई को किए गए सर्च में पता चला कि मैण् हनी एन्टरप्राईजेज के प्रोपराईटर विपुल ने एक जुलाई से 31 दिसम्बरए 2०12 के दौरान 9ण्०7 करोड़ रुपए की आई जीएसटी राजकीय कोष में जमा ही नहीं करवाई। फर्म ने शून्य जीएसटीआर 3बी विवरणी दायर की है। टीम को श्रीरामकुमार सिंह के ऑफिस में 18 लाख रुपए नकद मिलाए जिसका वह स्पष्टीकरण नहीं दे सका। मोबाईल की स्क्रीन में बिग बॉस के नाम से संदीव अग्र्रवाल का नाम मिला। पूछताछ में सिंह ने बताया कि संदीप के निर्देशों पर फर्जी इनवाईस जारी की थी। उसकी 67 अन्य फर्मे भी होना उजागर हुआ। संदीप के ऑफिस से 3० लाख रुपए और मिले। हनी का जोधपुर का जीएसटी रजिस्ट्रेशन का पता भी फर्जी पाया गया। पंकज के किए गए सर्च में कई मृत व्यक्तियों के भी फार्म भरने की जानकारी मिली।