आजमगढ़. आजमगढ़ के बिलरियागंज में पैसा दोगुना करने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने कई लोगों को झांसे में लेकर 500 करोड़ रुपए ऐंठ लिए। मामला तब खुला, जब 16 सितंबर को बिलरियागंज थाने में छिछोरी गांव का मोहम्मद शरीफ पहुंचा। उसने छींही गांव के बेलाल और उसके परिवार के 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। बेलाल का नेटवर्क यूपी से लेकर मुंबई तक फैला है। उसने उस परिवार को निशाना बनाया, जिसका कोई सदस्य सऊदी या दुबई में रहता है। बिलरियागंज में जेहान फाइनेंशियल ग्रुप बनाकर शेयर मार्केट में पैसा लगाने की बात कहकर बेलाल दोगुना पैसा देने का वादा करता था। बेलाल ने शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर एक फर्जी फर्म बनाई थी। उसके फरार होने की जानकारी मिलने पर 3 लोगों की सदमे में मौत भी हो चुकी है। बिलरियागंज में ही 10 हजार लोगों के साथ ठगी की गई है। छींही, छिछोरी, मोहम्मदपुर, टिकरिया, तोहफापुर बगवार, मोहद्दीपुर खालिसपुर गांव का शायद ही कोई ऐसा घर बचा हो, जिस घर का कोई सदस्य ठगा न गया हो। गांव वालों ने बताया कि बेलाल अहमद का ससुर अरशद अस्सी 80 के दशक में कुख्यात डकैत रहा है। जबकि बेलाल का पिता शिवगतुल्लाह उर्फ सरदार बैंक में कैशियर था और घोटाले के आरोप में बर्खास्त भी किया जा चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ससुर, पिता और ये चारों भाई एक से बढ़कर एक नटवरलाल निकले। जमशेद टिकरिया का कहना है कि बिलरियागंज क्षेत्र के जिन गांवों वालों से बेलाल ने ठगी की है। उन गांव में लगभग हर घर से कोई न कोई सऊदी अरब या दुबई में रहता है। यही कारण है कि यहां के लोगों को बेलाल ने सॉफ्ट टारगेट बनाया। कई परिवारों से बेलाल ने तीन से लेकर सात करोड़ रुपए तक दोगुने करने के नाम पर ठग लिए। लोग भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। इन लोगों का डर है कि कहीं इनके खिलाफ कोई जांच न शुरू हो जाए। कोई गांव नहीं बचा है, जहां से ठगी नहीं की गई। ठेला चलाने वाले से लेकर बड़े लोगों को अपना शिकार बनाया और मार्च में बेलाल फरार हो गया। छिछोरी के रहने वाले बबलू यादव ने बताया कि उसने अपनी भैंस को बेचकर पैसा लगाया था। छिछोरी के रहने वाले मोहम्मद वाजिद ने रिश्तेदारों और दोस्तों से रुपए लेकर 44 लाख से अधिक लगाए हैं। छिछोरी के ही कामरान का कहना है कि वह विदेश में रहता था और वहां से पैसा दिया था। घर आने पर पता चला कि आरोपी बेलाल फरार हो गया।
पीड़ित मुरसलीन अहमद और शाह आलम का कहना है कि बेलाल बहुत बड़ा चोर है। मोहम्मद अनस का कहना है कि बेलाल के साथ 10-15 लोगों की टीम थी। तीन महीने और चार महीने में पैसा डबल करने का वादा करते थे। रिजवी अब्बास का कहना है कि शेयर मार्केट के नाम पर गरीब जनता से पैसा लेते गए। हर आदमी से ठगी की गई। रिजवी अब्बास ने जमीन बेचकर पैसा दिया। जमीन बिक गई। जेवर बिक गए। भैंस बिक गई। लगभग तीन साल पहले बेलाल ने यह स्कैम शुरू किया। अब तक आजमगढ़ से लेकर दिल्ली तक अपना नेटवर्क फैला चुका है। ठगी का अहसास होने पर पिछले 5 महीने से लोगों में गुस्सा है। पीड़ितों ने अपना पैसा मांगना शुरू किया, तो बेलाल ने तरह-तरह के बहाने करना शुरू किया। उसने विदेश भागने का भी प्रयास किया, लेकिन पीड़ितों की सक्रियता के कारण अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया। पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का अंदाजा हुआ तो मामले की शिकायत
एसपी अनुराग आर्य से किया। एसपी के निर्देश पर बिलरियागंज थाने में 12 ज्ञात और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित मोहम्मद शरिफ ने बताया कि मेरे खुद के लगभग 35 लाख और रिश्तेदारों और परिचितों को मिलाकर 70 लाख से अधिक की ठगी की गई है। बेलाल अहमद का यह नेटवर्क आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, लखनऊ और मुंबई तक फैला हुआ था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।

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