मेरठ। उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले में रहने वाली एक महिला के जनधन खाते में 100 करोड़ रुपए आ गए। यह देख महिला व उसके पति के हौश फाख्ता कर दिए। क्योंकि उनके खाते में कुछ हजार की राशि थी। खाते में इतनी बड़ी राशि देख पति-पत्नी बैंक पहुंचे और इस बारे में बताया, लेकिन वहां भी बैंक प्रबंधन ने शिकायत पर संतोषजनक ना तो जवाब दिया और ना ही इतनी बड़ी राशि जमा कराने वाले के बारे में बताया। कहीं कोई जवाब नहीं पाकर महिला के पति ने पीएम नरेंद्र मोदी के ऑफि स कार्यालय व पत्नी के बैंक के प्रधान कार्यालय को ई-मेल भेजकर खाते में आए सौ करोड़ रुपए की जानकारी दी। उत्तरप्रदेश के माधवगंज थाना क्षेत्र निवासी शीतल यादव ने शारदा रोड स्थित एसबीआई बैंक में अपना जनधन खाता खुलवाया। शीतल एक टॉफी बनाने वाली फैक्ट्री में 5 हजार रुपए महीने पर पैकेजिंग का काम करती है। वहीं उसका पति जिलेदार सिंह स्वयं ट्रांसफार्मर निर्माण कंपनी में कार्यरत है। एक दिन उसका पति उसका एटीएम कार्ड लेकर बैंक से राशि लेने के लिए एटीएम गया। यहां पैसे निकालने के बाद बैलेंस स्लिप निकली तो वह भौचक्का रह गया। जिलेदार के अनुसार उसकी पत्नी शीतल के खाते में करीब 100 करोड़ रुपए दर्शा रखे थे। उसने नजदीक ही दूसरा एक अन्य एटीएम खंगाला और बैलेंस देखा तो कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली। इस पर महिला अपने पति के साथ बैंक की शाखा में गई तो वहां उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला। करीब दो दिन की उधेड़बुन के बाद जिलेदार ने एसबीआई प्रबंधन, आयकर विभाग व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ई-मेल भेजकर मामले की जानकारी देते हुए इसकी जांच करवाने की गुहार की है।

-राशि देख माथे पर आया पसीना

खाते में एक साथ 100 करोड़ रुपए की राशि ने शीतल यादव व उसके परिजनों के माथे पर पसीना ला दिया। यूं तो बैंक के जनधन खाते में राशि जमा कराने की सीमा (लिमिट) 50 हजार है। शीतल ने जब अंतिम बार बैंक खाते का उपयोग लिया तो उसने खाते में महज 600 रुपए की राशि छोड़ी थी। ऐसे में एकसाथ आई इतनी भारी भरकम राशि ने उसके परिजनों को मानसिक उलझन में डाल दिया है।

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