Justice (Retd) Dalip Singh
Justice (Retd) Dalip Singh

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर कॉन्फ्रेंस
जयपुर। पीएचडी चैम्बर राजस्थान चैप्टर ने शुक्रवार को रीको के सहयोग से ठोस अपशिष्ट प्रबंधनः चुनौतियाँ और अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक सम्पदा में ठोस अपशिष्ट को कम करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति, प्रबंधन तकनीक की जानकारी और 2020 तक लैंड फिलिंग की समस्या को दूर करने की नीति निर्धारण पर जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहा।

इस अवसर पर बोलते हुए अलमित्रा पटेल सुप्रीम कोर्ट ठोस अपशिष्ट प्रबंधन समिति की सदस्य ने टेक्सटाइल इंडस्ट्री में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया की पतले-पतले पतले कैरी-बैग्स, मल्टी-फिल्म्स और थर्मो कोल जो आमतौर पर उद्योगों द्वारा जलाए जाते हैं, उन्हें गर्म-मिश्रित संयंत्र में गर्म पत्थरों पर छिड़का जा सकता है। उन्होंने बताया की वे नरम होते हैं और पत्थरों को एक अच्छा कोटिंग दे सकते हैं जिससे टार (डामर, बिटुमेन) बहुत मजबूती से बंध जाते हैं। सड़क का जीवन दोगुना हो जाएगा और लागत भी कम आएगी क्योंकि बिटुमेन के वजन से 8ः कटा हुआ प्लास्टिक द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है।

राजस्थान उच्च न्यायालय सेवानिवृत न्यायाधीश एवं राष्ट्रीय हरित अधिकरण न्यायिक सदस्य श्री दलीप सिंह जी, श्री उल्हास पार्लिकार वैश्विक सलाहकार अपशिष्ट प्रबंधन, डॉ. विवेक अग्रवाल, चेयरमैन डब्लूजीसीसीटी, इंटरनेशनल सॉलिड वेस्ट एसोसिएशन और राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल थे।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रीको के प्रबंधक निदेशक गौरव गोयल और मुख्य अतिथि होम, होम गार्ड, जेल और राजस्थान राज्य जांच ब्यूरो विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरुप रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीएचडीसीसीआई राजस्थान की अध्यक्ष डॉ. जयश्री पेरिवाल ने की। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में बताया की सरकार के साथ साथ उद्योगपतिओं, आम नागरिक कचरा प्रबंधन नीति के प्रति रुझान बढ़ाना होगा और साथ साथ तकनीक के माध्यम से पुनः क्रियान्वयन पर भी विचार करना होगा जिससे हम लैंड फिलिंग की समस्या से निजात पा सकेंगे।

इस अवसर पर बोलते हुए गौरव गोयल, एमडी, रीको ने कहा, “रीको राजस्थान के औद्योगिक सम्पदा में पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण और समर्थन उद्योगों में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहन देंगे जो सीईटीपी स्थापित करना चाहते हैं। रीको वायु प्रदूषण को कम करने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में सड़कों के किनारे बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने की योजना बना रहा है, और अपशिष्ट प्रबंधन प्रसंस्करण संयंत्रों को स्थापित करने के लिए क्षेत्र नामित करने की योजना बना रहा है।
कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी, उद्द्योगपति, इंस्टीटूट्स ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम का संचालन पीएचडी चैम्बर की राजस्थान इकाई की क्षेत्रीय निदेशक रचना सिंह ने किया।

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