किसान व पशुपालकों के सामने आया संकट

मनमर्जी के भावों से चारा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
चौमूं में पंजाब से आने वाले चारे के भाव अचानक तेजी के साथ बढ़ गए हैं। इससे पशुपालकों और किसानों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई। पशुओं के लिए चारा खरीदना पशुपालकों के लिए अब मुश्किल हो गया। पिछले 7 दिन से लगातार चारे के भावों में तेजी देखने को मिल रही है। जानकारी के अनुसार चारे का व्यापार करने वाले कुछ लोगों ने संगठित होकर चारे के भावों में तेजी कर दी है। इससे पशुपालकों के सामने संकट खड़ा हो गया। सोमवार सुबह चारा मंडी में आरएलपी प्रदेश महामंत्री छुट्टन यादव भी पहुंचे। उन्होंने भी चारा बेचने वाले लोगों से बातचीत की हैं । इधर, विधायक रामलाल शर्मा ने भी इस पूरे मामले को लेकर उपखंड अधिकारी से बातचीत कर अवगत करवाया है। और रामलाल शर्मा ने कहा कि कुछ लोग संगठित होकर इस तरह से चारे के भाव में तेजी करके किसानों और पशुपालकों का शोषण कर रहे हैं। वर्तमान में 11 सौ से 14 सौ रुपये प्रति क्विंटल चारा बेचा जा रहा है। विधायक रामलाल शर्मा ने उपखंड अधिकारी से चारा मनमर्जी के भाव में बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
पंजाब से भारी मात्रा में पहुंचता है चारा–
प्रदेश के कई जिलों में पंजाब से भारी मात्रा में पशुओं के लिए चारा पहुंचता है। पंजाब में फसलों की अधिक पैदावार के कारण चारा अधिक मात्रा में होता है। जहां से चौमूं में भी प्रतिदिन हजारों क्विंटल की मात्रा में चारा पहुंचता है। शहर के अधिकतर इलाके में जगह-जगह चारा मंडी स्थापित होने से भावों में तेजी करके मनमर्जी के भाव लगाए जा रहे हैं जिससे किसान व पशुपालक चिंतित नजर आ रहे हैं। और चौमूं के एनएच 52 स्थित गोविंदगढ़, बलेखण मोड़, हाड़ौता बस स्टैंड, हाड़ौता चौराहे के पास व चौमूं के रेनवाल रोड पर भी जगह-जगह अवैध रूप से चारे की मंडी लगी हुई है।
इनका कहना है कि :-
अचानक चारे के भाव में  11सौ रुपए से लेकर 14 सौ रुपए तक के भाव पहुंच चुके हैं। जबकि दूध के भाव अभी तक बढ़ाए नहीं गए हैं। और पशुओं के लिए चारा व बांट आसमान के भाव छू रहे हैं। जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और हर जगह किसानों का ही शोषण किया जाता है चाहे सब्जी मंडी हो या फिर अनाज मंडी किसान अपनी फसल बेचने जाता है तो भी सही मूल्य किसानों को नहीं मिल पाता है।

कालूराम गरेड, किसान निवासी चौमूं
इनका कहना है कि :-
चौमूं विधानसभा क्षेत्र में कुछ संगठित लोगों द्वारा एक गिरोह बनाकर पंजाब से आने वाले चारे के भावों को इतना तेज कर दिया कि किसान व पशुपालकों के लिए चारा खरीदना मुश्किल हो गया है। यह संगठित गिरोह मनमर्जी से चारे के भाव लगा रहा है। और इसको लेकर उपखंड अधिकारी को इस पूरे घटनाक्रम से फोन पर अवगत कराया है कि जल्द ही इस गिरोह से जुड़े लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें।

रामलाल शर्मा,  प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक चौमूं

इनका कहना है कि :-
चौमूं में अलग-अलग जगह चारा मंडी स्थापित करके मनमर्जी के भाव लगाए जा रहे हैं। जिससे किसानों का शोषण हो रहा है, और पशु पालकों को इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मनमर्जी के भाव में पशुओं के लिए चारा खरीदना पड़ रहा है। प्रशासन से मांग की जाती है कि चारा मंडी को एक ही जगह स्थापित किया जाए, जिससे मनमर्जी के भावों में रोक लगाई जा सके।

छुट्टन यादव , प्रदेश महामंत्री आरएलपी

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