नई दिल्ली। नए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश देते हुए कहा कि हमारा देश और सेना अमन और शांति चाहती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम कमजोर हैं और अगर जरूरत आई तो अपनी ताकत का इस्तेमाल करने में कभी पीछे नहीं हटेंगे। आर्मी चीफ ने कहा कि हमारी ड्यूटी सीमाओं की रक्षा करने की है। हमारा जवान चाहे वो कहीं भी तैनात हो, मेरी नजर में सब एक हैं। अपनी नियुक्ति में नजरअंदाज की गई वरिष्ठता पर बिपिन रावत ने कहा कि ये सरकार का फैसला है। हम सेना के हित में काम करना जारी रखेंगे। इससे पहले सेना की पूर्वी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने साफ कर दिया है कि वो सेना प्रमुख नहीं बनाए जाने से नाराज नहीं हैं और इस्तीफ ा नहीं दे रहे हैं। जनरल बिपिन रावत ने साल 2016 के आखिरी दिन देश के 27वें सेना प्रमुख का पद संभाला। जनरल दलबीर सिंह ने उन्हें सेना प्रमुख की कमान दी।

























