जयपुर. बिड़ला सभागार में शुक्रवार को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में कुल 75 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें 66 शिक्षक तीन श्रेणियों से हैं। 9 शिक्षकों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए विशेष रूप से शामिल किया गया है। सम्मानित शिक्षकों को शॉल, प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा मौजूद रहे। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल सहित विभाग के अधिकारी मौजूद थें। कार्यक्रम की शुरुआत झालावाड़ में जर्जर स्कूल में हादसे के बाद 7 बच्चों के निधन के बाद आज कार्यक्रम की शुरुआत उन्हें मौन रखकर श्रद्धांजलि देकर की गई। कार्यक्रम में शिक्षक सम्मान पुस्तिका विमोचन किया गया। इस पुस्तक में सम्मानित होने वाले 75 शिक्षकों की और से किए गए उत्कृष्ट कार्यों का उल्लेख किया गया है। वहीं, कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रखर राजस्थान 2.0 का शुभारंभ कर पोस्टर विमोचन किया। वीं राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल, जयपुर की ओर ऑन डिमांड परीक्षा लॉन्च की गई। 16 सितंबर से आवेदन शुरू होंगे। जिसके पहले चरण की परीक्षा अक्टूबर में होंगी। 100 अभ्यर्थी इसमें परीक्षा दे सकेंगे। हर तीन महीने में यह परीक्षा होगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- मेरा सौभाग्य है कि मुझे शिक्षक सम्मान का अवसर मिला है। हमारा गुरु एक व्यक्तित्व को गढ़ने का काम करता है। समाज का उत्थान में सबसे पहला योगदान गुरु का है। गुरु जीवन के मार्ग दर्शक होते हैं। उन्होंने कहा हमारे संस्कार आने वाली पीढ़ी को ऐसे ही मिलेंगे, तो राजस्थान की खुशबू पूरी दुनिया में महकेगी। सबसे ज्यादा योगदान प्राइमरी और मिडिल एजुकेशन के शिक्षक का होता है। गांव और देश की प्रगति शिक्षक के हाथ में है। शिक्षक केवल गणित का फॉर्मूला और इतिहास की तारीख ही नहीं सिखाते बल्कि उसको अनुशासन का पाठ पढ़ाते हो, बच्चों को धन्यवाद कहना सिखाते हो। सीएम ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा- मुझे विदेश जाने को मौका मिला। वहां पर मैन पावर की जरूरत बताई। कोरिया और जापान दौरे पर ये बात सामने आई। हमने उनको कहा था कि हम आपको पति के साथ पत्नी को भी भेजेंगे। सरकार जल्द ही लेंग्वेज स्कूल खोलने जा रहे हैं। ताकि विदेश में जॉब करने जाओ तो भाषा ज्ञान हो।
– शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले हम स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेंगे
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कार्यक्रम में सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा विभाग के पंख लग गए। निजी विद्यालयों में सरकारी विद्यालय से अच्छी पढ़ाई होती है। वो दिन लद गए हैं। 75 फीसदी से बोर्ड में अंक लाने वाले सरकारी स्कूल के 18 हज़ार और निजी स्कूलों के 13 हजार स्टूडेंट है। देश में राजस्थान शिक्षा में अग्रणी प्रदेश होगा। उन्होंने कहा पौधारोपण में शिक्षा विभाग ने 3 करोड़ शिक्षा विभाग ने लगाए। हमारा प्रयास रहेगा कि हम स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा- शिक्षक अंधकार से रोशनी की तरफ लाता है। हम जहां है, उसमें शिक्षक की बड़ी भूमिका है। जिस पर गुरु कृपा नहीं, वह पीछे रह जाता है। हम डिग्रियां नहीं, दक्षता बढाने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में शिक्षा सचिव बोले- झालावाड़ हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने लगातार समीक्षा की। जीर्णोद्धार भवनों का निरीक्षण किया। कृष्ण कुणाल ने कहा हम 75 लाख बच्चों के अभिभावक हैं। उनको जर्जर भवन में नहीं बैठाया जाए। सुरक्षित स्थान पर पढ़ाने के लिए कहा। झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल में सात स्टूडेंट को खोने के बाद भी अभिभावकों के सहयोग से 72 से बढ़कर 75 हुआ है। बता दें कि जयपुर जिले से प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5) में किसी भी शिक्षक का चयन नहीं हुआ है। कक्षा 6 से 8 की श्रेणी में जयपुर से राजेश शर्मा और वंदना शर्मा का चयन हुआ है। कक्षा 9 से 12 की श्रेणी में सुनील कुमार उपाध्याय को चुना गया है। समारोह से एक दिन पूर्व गुरुवार की शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश भर से आए शिक्षकों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। विशेष श्रेणी में शूरवीर सिंह, देवकरण, रचना राठौड़, प्रवीन कुमार जैन, रामविलास, कोशल किशोर, सरदार सिंह, धवनी आमेटा और सुमन स्वामी को सम्मानित किया जाएगा।
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