पुणे, उपराष्ट्रपति एम वेकैंया नायडू ने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों से कहा कि उन्हेंएक समय पर वापस आकर देश की सेवा करनी चाहिए। नायडूने यहां डॉ डीवाई पाटिल विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह कहा। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि कई छात्र स्नातक की पढ़ाई पूरी कर भारत या विदेश में उच्च शिक्षण संस्थानों में आगे की शिक्षा हासिल करना चाहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने में कुछ गलत नहीं है लेकिन मेरी सलाह हर किसी को है कि जो विदेश जाता है कि वापस आए और मातृभूमि की सेवा करे।’’

नायडू ने कहा, ‘‘ जाओ, पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ।’’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मातृ भाषा, जन्मस्थान और मातृभूमि को नहीं भूलें। उन्होंने कहा कि उनके लिए देशभक्ति की परिभाषा देश प्रेम है। नायडू ने कहा, ‘‘ देश का मतलब( सिर्फ) सीमाएं नहीं है, बल्कि इसमें लोग शामिल है भले ही उनकी जाति और पंथ कोई भी हो। हमारे पास भले ही विभिन्न भाषाएं और धर्म हों, लेकिन विविधता में एकता है और यही एकता हमारी संस्कृति और विरासत है।’’

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