जयपुर। राज्य सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन और पर्यटन गतिविधियों पर प्रतिबंधों के कारण हाथी पालकों की आजीविका प्रभावित होने के क्रम में उनकी आर्थिक मदद करेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाथियों की देखभाल पर खर्च के लिए हाथी पालक महावतों को आर्थिक सहायता देने का संवेदनशील निर्णय लिया है।
गहलोत के निर्णय के अनुसार, हाथी सवारी में लगे 85 हाथियों के लिये मुख्यमंत्री सहायता कोष के अंतर्गत ‘कोविड-19 राहत कोष‘ से कुल 57.37 लाख रूपये की आर्थिक मदद हाथी कल्याण संस्थान, जयपुर के माध्यम से दी जाएगी। यह सहायता राशि 17 अप्रेल, 2021 से 31 मई, 2021 की अवधि के लिये 1500 रूपये प्रति हाथी प्रति दिन की दर से देय होगी। गौरतलब है कि 17 अप्रेल से आमेर महल एवं हाथी गांव में हाथी सवारी बंद होने के कारण महावत परिवारों विषम आर्थिक परिस्थितियों से जूझ रहे हैं, जिसके चलते यह सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया और इसके लिए स्वीकृति भी जारी कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन तथा अन्य आवागमन प्रतिबंधों के कारण पर्यटन गतिविधियां प्रभावित होने से हाथी पालक परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट रहा। गहलोत ने तब भी हाथियों के भरण-पोषण एवं उन पर निर्भर परिवारों के सहयोग के लिए मार्च 2020 से दिसम्बर 2020 की अवधि के लिए हाथी कल्याण संस्थान, जयपुर को 4.21 करोड़ रूपये से अधिक की सहायता राशि आवंटित की थी।

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