Repeat the road digging again and again 'Information'

मुंबई। रास्तों पर होने वाली बार-बार होने वाली खुदाई पर लगाम लगाने के लिए सभी एजेंसियों को एक साथ सूचना देने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। जिससे एक एजेंसी को खुदाई की अनुमति मिलते ही बाकी भी संभव हो तो अपना काम पूरा कर सकें। खराब रास्तों के पीछे की एक मुख्य वजह बार-बार खुदाई को भी माना जाता रहा है। इसी से छुटकारा दिलाने के लिए सभी प्रमुख एजेंसियों को एक साथ जोड़ा जा रहा है। जिससे एक एजेंसी को किसी काम के लिए रास्ते खुदाई की अनुमति मिलने पर बाकी सभी एजेंसियों को उसकी सूचना मिल सके और संभव हो तो वह भी उसी दौरान संबंधित काम कर सकें। इससे जुड़ी सभी मंजूरियां भी ऑनलाइन कर दी गई हैं।

ऐसे मिलेगी सूचना, मुंबई में 30 से ज्यादा एजेंसियां खुदाई के लिए अनुमति मांगती हैं, इनमें टेलिफोन, मोबाइल, बिजली, गैस सेवाओं की आपूर्ति करने वाली मुख्य कंपनियां हैं। इन्हें विविध कामों के लिए समय-समय पर रास्तों को खोद अपना काम पूरा करना होता है। कई बार ऐसा होता है कि एक एजेंसी का काम खत्म होने के कुछ दिनों के अंदर ही दूसरी एजेंसी खुदाई शुरू कर देती है, जिससे रास्तों का हाल-बेहाल हो जाता है। नई व्यवस्था के तहत, यदि एस वी रोड पर 200 मीटर के हिस्से पर काम करने की एक एजेंसी को अनुमति मिलती है तो इसकी सूचना सभी एजेंसियों को मिल जाएगी, जिससे यदि संभव होगा तो वह भी इसी दौरान काम पूरा कर सकें। गौरतलब है कि बीएमसी मॉनसून के बाद रोड खोदने के काम को हरी झंडी दिखाती है। एक बीएमसी अधिकारी ने बताया कि हम दो तरह से अनुमति देते हैं। एक अनुमति जो कि तय कार्यक्रम के अनुसार काम के लिए लगती है और दूसरी जो कि आपतकाल में काम करने के लिए आवश्यक होती है। तय कामों के लिए हम सभी एजेंसियों से एक निश्चित अवधि का लेखा-जोखा भी ले लेते हैं। अनुमान के मुताबिक, मुंबई में हर साल 400 किलोमीटर के रास्तों को खोदा जाता है और यह सिलसिला लगभग जारी ही रहता है। चूंकि, जमीन के अंदर से विभिन्न सेवाओं की आपूर्ति करने वाली पाइप, वायर जाते हैं। बीएमसी इन्हें मंजूरी देने से पूर्व तय शुल्क भी लेती है। पूरे वर्ष के लिए यह कई सौ करोड़ के पार पहुंच जाता है।

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