जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुये कहा कि जब से राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार आई है। तब से हर क्षेत्र में गिरावट आई, अव्यवस्था फैलती गई। बढ़ते-बढ़ते स्थिति इतनी खराब हुई की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बुरी तरीके से हारी, परन्तु यह प्रक्रिया उसके बाद भी नहीं थमी और राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद ही खराब हो चुकी है। अपराधियों के होसलें इस कदर बुलन्द है कि थाने पर हमला करके अपराधियों को छुड़ा लिया जाता है। यह बहुत गम्भीर और अत्यधिक चिंताजनक है। प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार दुगने हो गये है। लगभग प्रतिदिन 10 महिला या बच्चियों के साथ कोई ना कोई अत्याचार हो रहा है।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आपस में ही सामंजस्य का अभाव उत्पन्न हो गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भ्रम की स्थिति में है। वे जो करते है उनके मंत्री और खुद उपमुख्यमंत्री उनके निर्णय से सहमत नहीं रहते है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद उनकी मनःस्थिति यह हो गई है कि नगर निगम चुनाव जीतने की बात तो अलग, ढ़ंग से खड़े होने का आत्मविश्वास भी नहीं रहा। जब कांग्रेस सरकार यह कहे कि हम प्रत्यक्ष चुनाव नहीं लड़ सकते तो स्पष्ट है कि वे जनता के निर्णय का सामना करने की स्थिति में नहीं है। जिस तरह से निकाय के चुनाव प्रक्रिया को उन्होंने हास्यपद बनाके रख दिया है। यह प्रदेश सरकार की पराजय स्वीकारोक्ति मानी जा सकती है।

त्रिवेदी ने कहा कि इसी तरह राष्ट्रीय मुद्दे पर भी कांग्रेस दुविधा में है चाहे धारा 370 पर बयान हो, संसद में वोटिंग कुछ ओर करेंगे – बयान कुछ ओर देगें, चाहे आंतकवादी विरोधी कानून का मुद्दा हो, चाहे नेशनल रजिस्टर फाॅर सिटीजन्र्स का मुद्दा, चाहे ट्रिपल तलाक का मुद्दा हो ये दो पावर सेन्टर के कारण भ्रम की स्थिति में है। उन्होंने संत कबीर के दोहे का उदाहरण देते हुये कहा कि ‘‘चलती चक्की देखकर दिया कबीरा रोय-दो पाटन के बीच में साबूत बचा ना कोय’’, राजस्थान की सरकार इसको पूरी तरह चरितार्थ कर रही है। देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे मंे भी वो अनर्गल, अनायास टिप्पणीयां करते है। जबसे महाराष्ट्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले और स्वातंत्र वीर सावरकर को भारत रत्न देना चाहिए, ऐसा अपना मत व्यक्त किया, तो ये लोग वीर सावरकर के ऊपर अर्नगल बयान देते हुये आक्रमक हो गये।
त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस का एक नेता बताइए जिसे काला पानी हुआ हो, अंग्रेजों के जमाने में फांसी चढ़ा हो, अंग्रेजों के जमाने में पुलिस की गोली से मारा गया हो और लाला लाजपतराय जी को छोड़कर कांग्रेस का एक नेता बताइए जिसके ऊपर प्राण घातक लाठियां भी चली हो। इसलिये स्वतंत्रता आन्दोलन की एकांकी एकपक्षीय व्याख्या करके तमाम स्वतंत्रता सेनानियों को अपमानित करके राष्ट्र की आत्मा को कलंकित करने का जो काम कांग्रेस ने किया है वो सर्वदा निंदनीय है।
त्रिवेदी ने कहा कि प्रदेश का विषय हो, नगर निगम का विषय हो, देश का विषय हो, सुरक्षा का विषय हो या इतिहास का विषय हो कांग्रेस पूरी तरीके से एक्सपोज हो चुकी है।
त्रिवेदी ने कहा कि हमारी सरकार ने महात्मा गांधी जी के 150वीं जयंती पर संकल्प लिया है कि जो उनके संकल्प है जैसे स्वच्छता, खादी, जल संरक्षण, वृक्षारोपण को आगे बढ़ाना है और सिंगल यूज प्लास्टिक को समाप्त करके पर्यावरण का संरक्षण देना है। ये सारे के सारे कार्य करने के लिए हम कटिबद्ध है और हम इन कार्यों में सफल होंगे और हमें यह भी पूर्ण विश्वास है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश की जनता उस दिशा में आगे बढ़ी चुकी है, ‘‘जो महात्मा गांधी की अंतिम इच्छा थी कि कांग्रेस को समाप्त करके नई सिरे से शुरूआत करनी चाहिए’’। सम्भवतया देश की जनता इस कार्य को पूर्ण करेंगी।
आज राज्यसभा सांसद बनने के बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी राजस्थान में पहली बार आने पर भाजपा प्रदेश कार्यालय पर उनका सम्मान दुपट्टा पहनाकर प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने साफा पहनाकर, प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल ने मोतियों की माला पहनाकर, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार ने सरस्वती जी की प्रतिमा भेंट की, सह-प्रभारी प्रमोद वशिष्ठ ने शोल ओड़ाकर, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अल्का गुर्जर, मीडिया सम्पर्क प्रमुख आनन्द शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता अमित गोयल, पिंकेश पोरवाल, जितेन्द्र श्रीमाली, प्रदेश मीडिया टीम के योगेश सिंह, मनीष शर्मा, मुकेश जैमन, नरेश योगी, मनीष जौहरी, प्रदेश आई.टी. टीम के हिरेन्द्र कौशिक, प्रदेश सी.ए. प्रकोष्ठ के प्रमुख सतीश सरीन ने पुष्पगुझ देकर उनका स्वागत किया।

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