जयपुर। पति-पत्नी में आपस में कहासुनी कोई नहीं बात नहीं है। किसी पति-पत्नी में ज्यादा तो किसी में कम लेकिन होती ही रहती है। कहीं कहीं तो बात तलाक तक पहुंच जाती है और तलाक हो भी जाते हैं। कहासुनी होना कोई गलत बात नहीं अगर दो लोग साथ रहेंगे तो किसी ना किसी बात पर तो कहासुनी हो ही जाती है। मगर कभी यह कहासुनी बड़ा रूप ले लेती है तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि बयां करना मश्किल हो जाता है। गुलाबी नगर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां घरेलू झगड़े से आजिज आए पति और पत्नी थाने पहुंच गए। पत्नी ने पति के खिलाफ मारपीट की शिकायत की तो पुलिस उससे पूछताछ करने लगी। इस बीच पति ने आपा खो दिया। बोला-मुझे जेल भेजो। वहां कुछ दिन तो शांति मिलेगी। पुलिस ने समझाना चाहा, लेकिन नहीं माना। इस बीच पत्नी की पिटाई करने लगा। पुलिस ने बीच-बचाव किया तो बोला- मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दो। कुछ दिन तो झगड़े से मुक्ति मिलेगी।

पुलिस उसे समझा ही रही थी कि उसने अचानक पास ही बैठे एसीपी को मुक्का जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना जयपुर के महारानी फार्म की है। साफा-शेरवानी के कारोबारी योगेश गोल्या और उनकी पत्नी नूपुर के बीच आए दिन झगड़े होते रहते हैं। गुरुवार को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। दोनों आगे-पीछे शिप्रापथ थाने जा पहुंचे। नूपुर ने योगेश की शिकायत की तो दोनों के बीच थाने में ही झगड़ा शुरू हो गया। एक-दूसरे पर खूब आरोप लगाए और झगड़े का जिम्मेदार बताया।

तभी अचानक योगेश आपा खो बैठा। उसने पुलिस से कहा- मुझे गिरफ्तार कर लो। थाने में मौजूद मानसरोवर एसीपी देशराज यादव ने समझाया-घर के झगड़े में ऐसे कैसे गिरफ्तार कर लें। योगेश ने ऐसा सुनते ही नूपुर की पीठ पर तीन-चार मुक्के मारे। फिर बोला- अब तो मैंने थाने में पत्नी को पीटा, मुझे गिरफ्तार कर लो। इसके बाद भी एसीपी अन्य पुलिसकर्मी दोनों को समझा-बुझाकर घर जाने की सलाह देते रहे। इसी बीच योगेश अचानक कुर्सी से उठकर एसीपी देशराज यादव के पास गया और उनके मुंह पर मुक्का जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने नूपुर के सामने योगेश की धुनाई कर दी। राजकार्य में बाधा की रिपोर्ट दर्ज की। नूपुर की शिकायत पर मारपीट का केस भी दर्ज कर लिया। शुक्रवार को कोर्ट ने योगेश को जेल भेज दिया। योगेश से पुलिस ने जब पूछा कि वह जेल भेजने की जिद क्यों कर रहा था तो जवाब दिया कि वह पत्नी के साथ रोज-रोज के झगड़ों से दुखी हो गया है।

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