-किरोडीलाल मीणा की शंखनाद रैली के जवाब में रमेश मीणा की 26 को होगी स्वाभिमान रैली
जयपुर। राज्य की मीणा राजनीति में रमेश मीणा के रूप में नया चेहरा उभरकर सामने आ रहा है। अब तक मीणा समाज पर किरोडीलाल मीणा का ही वर्चस्व रहा है किन्तु गत कुछ वर्षों में हुए घटनाक्रम के बाद रमेश मीणा उभरकर सामने आए। हालांकि रमेश मीणा को किरोडी गुट किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर पा रहा है। गत दिनों राजपा के किरोडीलाल मीणा के खिलाफ हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर भी रमेश मीणा पर आरोप लगाए जा रहें हैं जबकि रमेश मीणा ने पहले ही इस प्रकार की ओछी राजनीति करने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद बीत दिनों करौली में किरोडीलाल मीणा ने शंखनाद रैली कर इस शीतयुद्ध को हवा दी है, इसके जवाब में अब रमेश मीणा ने 26 दिसम्बर को स्वाभिमान रैली का आयोजन कर किरोडी को जवाब देने की तैयारी कर ली है। माना जा रहा है कि किरोडीलाल मीणा वर्चस्व के लिए समाज के दूसरे नेता को स्वीकार नहीं कर पा रहें हैं वहीं पिछले कुछ सालों में ही रमेश मीणा तेजी से समाज के नेता के तौर पर स्थापित हुए है। रमेश मीणा की स्वाभिमान रैली को मीणा समाज के अलावा सामान्य वर्ग से भी खुलकर समर्थन मिल रहा है। इधर, राज्य में किरोडी की टक्कर का नेता तैयार करने के लिए कांग्रगेस नेता भी रमेश मीणा का खुलकर साथ दे रहें है और उन्हें विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष बनाकर कद बढाया गया है। हालात यह है कि सोमवार को करौली में जहां रमेश मीणा की स्वाभिमान रैली हो रही है वहीं बारां में कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सभा भी है, ऐसे में पहले रमेश मीणा की रैली का दिन बदलने की चर्चा थी किन्तु कांग्रेस आलाकमान ने नियत समय पर ही रैली करने के निर्देश दिए हैं ताकि लोगों में मैसेज दिया जा सके कि रमेश मीणा की संगठन में पकड कमजोर नहीं है।

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  1. खबर की दुनिया में Janprahari समाचार पत्र एक नई क्रांति ला रहा है

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