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जयपुर। जयपुर शहर की एक सीट सबसे मजबूत मानी जाती है। वहां के माननीय भी चार दशक से अंगद के पैर की तरह कार्यकर्ताओं के दम पर जमे हुए है। हालांकि इस बार माननीय के विरोध को देखते हुए लग रहा है कि सीट और उनकी टिकट पर संकट खड़ा हो सकता है। यह सीट है मालवीय नगर, जहां से विधायक है चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई मालवीय नगर (पहले जौहरी बाजार) सीट से कालीचरण सराफ ही जीतते आए हुए हैं। इस बार भी वे सबसे तगड़े दावेदार है, लेकिन पांच साल के कार्यकाल के दौरान मालवीय नगर क्षेत्र में विकास कार्यों में उपेक्षा और कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने, तबादले व कॉलेज मान्यता में बेटे पर लेन-देन के आरोपों से कालीचरण सराफ की दबंग और स्वच्छ छवि पर दाग लगा है। विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस के साथ सत्ता पक्ष ने भी बेटे विवेक सराफ के ऑडियो को लेकर खूब हंगामा बरपाया। मीडिया में भी यह मुददा सुर्खियों में रहा। यहीं नहीं क्षेत्र में आपराधिक वारदातें बढऩे, सूदखोरी-क्रिकेट सट्टेबाजी में लिप्त लोगों को बचाने को लेकर भी काफी विवाद हुआ। एक युवक पर गोली चलाने के मामले में मालवीय नगर के एक पदाधिकारी की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा मचाया। गोपालपुरा बायपास को चौड़ा करने पर सैकड़ों व्यापारियों की दुकानें टूटी तो व्यापारी व स्थानीय जनता भी विरोध में उतरी हुई है। व्यापारियों को ना मुआवजा मिला और ना ही राहत। विधानसभा चुनाव में उनके कामकाज देखने वाले पार्षद व पार्टी पदाधिकारी अशोक गर्ग से मनमुटाव और मारपीट मामले में अग्रवाल समाज और कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी है। अशोक गर्ग खुलकर कालीचरण सराफ का विरोध जता रहा है और इस सीट पर अपनी दावेदारी भी जता चुके हैं। पार्टी में भी कालीचरण सराफ के व्यवहार को लेकर विरोध है।

कई विधायकों ने तबादलों में मनमानी और लेनदेन के आरोप लगाए हैं। सदन में भी यह मामला खूब उछला है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी पेटÓोल पंप पर तबादलों का खेल होने का बयान देकर इस मामले में तीखे प्रहार करते रहे हैं। चर्चा है कि मालवीय नगर के सर्वे रिपोर्ट में भी विधायक की रिपोर्ट सही नहीं आई है। चालीस साल में यह पहला मौका है, जब कालीचरण सराफ के टिकट पर इतना संकट आया है। पहले उनका सिंगल नाम चलता था। लेकिन इस बार आधा दर्जन मजबूत कार्यकर्ताओं ने सराफ के सामने दावेदारी ठोक रखी है। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ.एस.एस.अग्रवाल, मीडिया प्रभारी आनन्द शर्मा, पार्षद अशोक गर्ग, अजय धांधिया और सुमन शर्मा ने टिकट के लिए खम ठोक दिया है। कार्यकर्ता भी लामबंद होने लगे हैं। पहला मौका है जब सराफ के सामने इतने दावेदार सक्रिय होकर टिकट की जुगत में लगे हुए हैं। इनमें एस.एस.अग्रवाल, अशोक गर्ग और आनन्द शर्मा प्रबल दावेदारी में लगे हुए हैं। आनन्द शर्मा विद्यार्थी परिषद और आरएसएस में लंबे समय काम करने के बाद फिलहाल पार्टी में मीडिया संपर्क प्रमुख का दायित्व संभाले हुए है। वहीं एस.एस.अग्रवाल और अशोक गर्ग लंबे समय से पार्टी के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। ब्राह्मण और वैश्य बहुल इस सीट पर आधा दर्जन दावेदारों की दावेदारी से कालीचरण सराफ की राहें मुश्किल दिख रही है।

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