-राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बारहवीं कॉमर्स और साइंस के परीक्षा परिणाम बुधवार को जारी
कोटा. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बारहवीं कॉमर्स और साइंस के परीक्षा परिणाम बुधवार को जारी कर दिए। परिणामों में कई ऐसे गुदड़ी के लाल भी हैं जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने जुनून को कम नहीं होने दिया और परिणामों में परचम लहराया। सरकारी स्कूल में पढ़ कर भी अच्छे नंबर आए। किसी के पिता मजदूरी करते हैं तो किसी के किसान हैं।
– सुबह 4 बजे उठकर किया करता था रिवीजन
भवानी मंडी के रहने वाले लक्ष्य खंडेलवाल ने साइंस स्ट्रीम में 99% अंक हासिल किए हैं। उन्होंने कुल 495 अंक हासिल किए। लक्ष्य खंडेलवाल भवानी मंडी के सरकारी स्कूल के स्टूडेंट है। हालांकि स्कूल में पढ़ाई का स्तर काफी अच्छा है। और उसका असर परिणामों की भी नजर आया। लक्ष्य खंडेलवाल के पिता भी इसी सरकारी स्कूल में केमिस्ट्री टीचर है। लक्ष्य ने बताया कि उसने अपनी पढ़ाई को लेकर एक रूटीन तय किया हुआ था। उसका रूटीन सुबह 4 बजे शुरू होता था। 4 बजे उठकर वह अपनी पढ़ाई करता। उसके बाद स्कूल जाकर उस स्कूल में पढ़ाई होती। घर आने के बाद फिर से किताबें लेकर लक्ष्य बैठ जाता। शाम को एक घंटा खेल को भी दिया करता था। लक्ष्य ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ स्ट्रेस कम करने के लिए खेल भी जरूरी है। 8 बजे तक वह सोने के लिए चला जाता। स्कूल से आने के बाद भी जो पढ़ा वह सुबह 4 बजे उठकर रिवाइज करता था। लक्ष्य ने बताया कि वह आईआईटी करना चाहता है। गणित उसका पसंदीदा विषय है और गणित में उसने 100 अंक हासिल किए हैं।
– कई बार टोर्च की रोशनी में पढ़ाई की
रंगबाड़ी विस्तार योजना में रह रहे उमेश जादौन ने साइंस स्ट्रीम में 93 फ़ीसदी अंक हासिल किए हैं। गणित में उसने सौ अंक हासिल किये। उमेश के पिता रविंद्र पाल मजदूर हैं। जो ट्रैक्टर चलाते हैं। मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले उमेश कई सालों से कोटा में ही रह रहे हैं। पिता यहां ट्रैक्टर चलाकर परिवार को पाल रहे हैं और ठेकेदार के द्वारा दिए गए किराए के मकान में रहते हैं। एक कमरे के मकान में 5 सदस्य हैं। उमेश के छोटा भाई बहन भी है। उमेश ने बताया कि एक ही कमरे में सभी सोते थे ऐसे में कई बार पढ़ाई को लेकर दिक्कत आई लेकिन उसने हार नहीं मानी और टोर्च की रोशनी में भी पढ़ाई की। हालांकि पिता ने पढ़ाई में कोई कमी नहीं रहे इसके लिए निजी स्कूल में उसका एडमिशन करवाया। उमेश जादौन का फेवरेट सब्जेक्ट मैथ्स है। उमेश ने बताया कि वह बीटेक करना चाहता है।
– पिता किसान, बेटा जाना चाहता है आईआईटी
कैथून के पास स्थित सुहाना गांव का रहने वाला विक्की मेरौठा ने साइंस स्ट्रीम में 90.20 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वह कोटा में ही रहकर पढ़ाई कर रहा है और उसके पिता कैथून में खेती करते हैं। बेटा अच्छी तरह पढ़ सके इसके लिए उसे कोटा में भेजा। विकी ने बताया कि वह स्कूल से आने के बाद 5 से 6 घंटे घर पर पढ़ाई को देता था। हमेशा उसके दिमाग में एक ही बात थी कि माता-पिता के सपने को पूरा करना है। अब वह आईआईटी में जाना चाहता है।

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