बेंगलुरु. बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट ने एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट को पांच साल की सजा सुनाई है। फैज राशिद पर 2019 में पुलवामा अटैक में शहीदों का मजाक उड़ाने और जश्न मनाने का आरोप लगा था। बेंगलुरु के कचरकनहल्ली का नागरिक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस पर 10 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है।
बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच के मुताबिक राशिद तीसरे सेमेस्टर का स्टूडेंट है और उसने न्यूज चैनलों के 24 अलग-अलग पोस्ट पर शहीदों के खिलाफ कमेंट किए थे, जो आपत्तिजनक थे। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। राशिद के अच्छे कैरेक्टर के आधार पर कोर्ट ने उसे रिहा करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि आरोपी अनपढ़ या कोई नॉर्मल व्यक्ति नहीं है। वह एक इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है। उसने जानबूझकर फेसबुक पर पोस्ट लिखा और पुलवामा अटैक में शहीद होने वाले जवानों का मजाक उड़ाया। यह एक जघन्य अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता है। राशिद के पोस्ट पर काफी बवाल मचा था। जिसके बाद पुलिस ने उसके फोन की फोरेंसिक जांच की थी। उस पर देशद्रोह, धर्म के आधार पर दुश्मनी भड़काने, सबूत मिटाने, और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने समेत कुल 13 धाराओं में केस किया गया था। 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने CRPF के जवानों के काफिले पर हमला कर दिया था। इसमें एक बस को बम से उड़ा दिया था। हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले को जैश ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर अंजाम दिया था। 19 लोगों को इस हमले की साजिश रचने का आरोपी बनाया था, जिनमें से 6 को सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलवामा हमले के 12 दिन के अंदर ही इंडियन एयरफोर्स ने शहीद जवानों का बदला लिया था। एयरफोर्स ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। दावा है कि इस कार्रवाई में 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का विमान पाकिस्तानी सीमा में क्रैश हो गया था और कमांडर अभिनंदन पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में आ गए थे। भारत के दबाव के बाद 1 मार्च 2019 को उन्हें रिहा किया गया था।

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