-राकेश कुमार शर्मा 

जयपुर। राजस्थान की भाजपा सरकार और भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी के बीच मनमुटाव व विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पांच केबिनेट मंत्रियों के बाद राजस्थान सरकार के भूजल बोर्ड चेयरमैन रोहिताश्व शर्मा ने तिवाड़ी के खिलाफ प्रेसवार्ता करके कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

शर्मा ने आरोप लगाया कि घनश्याम तिवाड़ी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जयपुर और सीकर में अवैध तरीके से बेशकीमती जमीनें ली। करीब चार सौ बीघा भूमि उनके, उनके पुत्रों व पत्नी के साथ उनके द्वारा गठित कंपनियों के नाम बोल रही है। तिवाड़ी साधारण परिवार में जन्में है और ना ही उनका परिवार कोई बिजनेस करता है। आखिर जनता जानना चाहती हैं कि उनके पास इतनी बड़ी जमीनें कहां से आई। आधा दर्जन से अधिक कंपनियों में निवेश किसका है। शर्मा ने आरोप लगाया कि वे अपने रामनगर श्याम नगर स्थित घर से सात दर्जन कंपनियां चला रहे हैं। दर्जनों एसी, कम्प्यूटर और कर्मचारी है, लेकिन घर का उपयोग वाणिज्यिक नहीं है, बल्कि आवासीय उपयोग कर रहे हैं। शर्मा ने तिवाड़ी और उनके परिजनों पर आरोप लगाया कि वे कंपनियां बनाकर ना केवल अवैध तरीके से बेनामी सम्पत्तियां एकत्र कर रखी है, बल्कि इन कंपनियों के मार्फत कालेधन को सफेद करने का कार्य भी किया जा रहा है। गलत तरीके से सम्पत्ति खरीद-बेचान से सरकार को राजस्व हानि भी पहुंचाई जा रही है।

शर्मा ने मीडिया के मार्फत विधायक तिवाड़ी से जवाब मांगा है कि वे बताएं इतनी सम्पत्तियां खरीदने और कंपनियों में निवेश का स्त्रोत क्या है। शर्मा ने कहा कि वे दीनदयाल वाहिनी के अध्यक्ष नहीं है, बल्कि धन दयाल वाहिनी के अध्यक्ष बनकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। पं.दीनदायल के अंत्योदय योजना के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति की भलाई के बारे में सोचा, जबकि घनश्याम तिवाड़ी स्वयोदय में लगे हुए हैं। वे स्वयं का और अपने परिवार का उदय करते रहे हैं। शर्मा ने यह भी आरोप लगाय कि पहले अपने कर्मचारियों, नौकर व रिश्तेदारों के नाम से कंपनियां गठित की, फिर उनका त्याग पत्र दिलवाकर बेनामी सम्पत्तियों की कंपनियों पर काबिज हो गए। उधर, शर्मा के इस आरोप के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ सकता है। केबिनेट मंत्री प्रभुलाल सैनी व युनूस खान ने भी इसी तरह के आरोप लगाए थे। इस पर तिवाड़ी ने दोनों को कानूनी नोटिस भेजा है। अब शर्मा के आरोप से मामला गरमा गया है। गौरतलब है कि अनुशासनहीनता नोटिस मिलने के बाद जवाब में विधायक तिवाड़ी ने जब से सीएम वसुंधरा राजे व समर्थकों को घेरा है, तब से विरोधी खेमा भी तिवाड़ी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। पहले केबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़, कालीचरण सराफ, अशोक चतुर्वेदी व सांसद निहालचंद मेघवाल ने संयुक्त बयान जारी करके तिवाड़ी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त बताते हुए कई आरोप लगाए। बाद में केबिनेट मंत्री प्रभुलाल सैनी व युनूस खान ने तिवाड़ी पर आठ सौ बीघा कृषि भूमि, सिरसी रोड व दूसरी जगहों पर करोड़ों रुपए की जमीनें होने के आरोप लगाए थे। हालांकि तिवाड़ी ने इन आरोपों को लेकर प्रभुलाल सैनी व युनूस खान को कानूनी नोटिस देकर माफी मांगने को कहा है, अन्यथा मानहानि केस दर्ज करने के लिए चेताया है।

-रोहिताश्व शर्मा का प्रेसनोट, जिसमें घनश्याम तिवाड़ी व उनके परिजनों पर लगाए आरोप….

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