नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सार्वजनिक बैंकों की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) राजग सरकार के 42 महीने में 5.05 लाख करोड़ रुपये बढ़ी हैं। इसके साथ ही पार्टी ने सवाल किया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी जांच स्वतंत्र एजेंसी से करवाने को तैयार हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी कार्यालय में गुजरात के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में एनपीए में बढ़ोतरी सबसे बड़ा घोटाला है।
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कल कहा कि एनपीए सबसे बड़ा घोटाला है, तो उन्हें बताना चाहिए कि इस तरह का बड़ा घोटाला उनकी नाक के नीचे क्यों हो रहा है।’ सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद सार्वजनिक बैंकों व वाणिज्यिक बैंकों के एनपीए में इतनी बढोतरी कैसे हुई। क्या मोदी जी अपने कार्यकाल में बैंकों के एनपीए में बढोतरी की स्वतंत्र जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाने को तैयार होंगे।’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल बैंकों की दुर्दशा के लिये पिछली संप्रग सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुये कहा था कि बैंकों पर दबाव डालकर चुनिंदा उद्योगपतियों को कर्ज दिलाया गया जिससे बैंकों की करोड़ों रुपये की राशि कर्ज में फंस गई। उन्होंने इसे संप्रग सरकार के समय का सबसे बड़ा घोटाला बताया।































