gravel, Ashok Gehlot
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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एविएशन क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं के मदद्ेनजर प्रदेश के युवाओं को इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के उददेश्य से राज्य में बंद पड़े फ्लाइंग स्कूल को पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड पर इस स्कूल को संचालित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं।

गहलोत गुरूवार को राजस्थान स्टेट फ्लाइंग स्कूल की गवर्निंग काउन्सिल की बैठक में काउंसिल के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इससे न केवल राज्य में हवाई पट्टियों का भी पूर्ण उपयोग किया जा सकेगा बल्कि इस उभरते क्षेत्र में राज्य के नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में एविएशन सेक्टर को बढ़ावा देने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।

काउन्सिल की बैठक के बाद एक अन्य बैठक में श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में नागरिक उड्डयन विभाग को राज्य सरकार मजबूत करेगी और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने मेें कोई कमी नहीं रखेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में 19 एयर स्टि्रप के रूप में बड़ा आधारभूत ढांचा उपलब्ध है। इन हवाई पट्टियों का सुदृढीकरण करते हुए इनका पूरा उपयोग इस क्षेत्र को प्रोत्साहन देने में किया जाए।
मुख्यमंत्री ने राज्य में एयर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम ‘उडान‘ के तहत विभिन्न एयरलाइंस को आमंत्रित कर राज्य के महत्वपूर्ण शहरों से हवाई सम्पर्क सेवा शुरू करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से संचालित इन्ट्रा स्टेट हवाई सेवाओं को पुनः चालू करने की संभावनाएं तलाशी जाएं। इससे पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
बैठक में मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, सामान्य प्रशासन तथा सिविल एविएशन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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