Rahul Gandhi, road show, Jaipur, grand welcome, congress meeting
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  • जयपुर महंगाई रैली में राहुल गांधी का हिन्दुवादी भाषण एक तरह से बड़ा संदेश देने वाला है।

जयपुर। कांग्रेस ने रविवार को जयपुर में महंगाई के मुद्दे पर बड़ी रैली की। रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी देशभर के तमाम बड़े कांग्रेस नेता शरीक हुए।  रैली में एक लाख से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता थे और यह संख्या देखकर कांग्रेस नेता खासे उत्साहित भी नजर आए। खासकर गांधी परिवार। रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर महंगाई, कृषि बिल को लेकर प्रहार किए तो किये लेकिन उनका फोकस हिन्दू और हिन्दुत्ववादी रहा और इस पर बात करते हुए उन्होंने भाजपा और आरएससए पर कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हिनदू थे और उन्हें तीन गोली मारना वाले हिन्दुत्ववादी। मैं भी हिन्दू हूं और देश में हिन्दुओं का शासन चाहता हूं, ना कि हिन्दुत्ववादियों का।

उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी का हिन्दुवादी भाषण एक तरह से बड़ा संदेश देने वाला है। इस भाषण से जाहिर हो रहा है कि कांग्रेस अपने ऊपर लगे मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोपों और दागों से मुक्त होना चाहती है। या कहे कि वह फिर से हिन्दुओं का कोर वोट बैंक चाहती है। उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड व गोवा में विधानसभा चुनाव है। यहां के मतदाता व जनमानस हिन्दू भावनाओं से ओत-प्रोत है, खासकर उत्तरप्रदेश।

 उत्तरप्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जोर-शोर से पार्टी को पुन:स्थापित करने में लगी हुई है। उत्तरप्रदेश में ही केन्द्र की सत्ता चाबी है। ऐसे में उत्तरप्रदेश के हिन्दुओं में पैठ बनाने और वोट हासिल करने के लिए कांग्रेस ने हिन्दू और हिन्दुत्ववादी पर जोर दिया है। सवाल उठता है कि कांग्रेस ऐसा दुस्साहस क्यों कर रही है? इससे कांग्रेस का कोर बैंक मुस्लिम कहीं छिटक नहीं जाएगा? कांग्रेस नेताओं का इसका डर भी है, लेकिन उनका यह भी मानना है कि जिन प्रदेशों में जैसे राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में जहां कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला है, वहां मुस्लिम वोट कांग्रेस को मिलता रहा हैलेकिन उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली में इसका यह कोर वोट बैंक छिटक गया है। इन राज्यों में कांग्रेस के बजाय सपा, बसपा, जनता दल यू, जेडीयू, तृणमूल कांग्रेस को एक मुश्त मुस्लिम वोट मिलते हैं। बंगाल में तो कांग्रेस एक भी सीट जीत नहीं पाई। उत्तरप्रदेश में सपा-बसपा मुस्लिम वोट ले जाती है। बिहार में लालू यादव व नीतीश कुमार में यह वोट बैंक बंट जाता है। ऐसे में पार्टी नेताओं का मानना है कि बड़े राज्यों में जहां ढाई सौ सीटेें लोकसभा की है, वहां जब मुस्लिम वोट बैंक पार्टी को नहीं मिल पा रहा है तो फिर क्यों ना मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोपों से छुटकारा पाया जाए।

मुस्लिम तुष्टिकरण की वजह से कभी कांग्रेस का कोर वोट बैंक रहा ब्राह्मण, पिछड़ा वर्ग व दलित पार्टी से दूर हो गया है। इसी हिन्दू वोट बैंक में पैठ जमाने व फिर से पार्टी की तरफ खींचने के लिए जयपुर में राहुल गांधी ने कहा कि देश में हिन्दुओं का शासन होना चाहिए, ना कि हिन्दुत्ववादियों का। हिन्दू सभी धर्मों का प्यार करने वाला होता है ना कि हिन्दुत्ववादियों की तरह, जिनकी कथनी व करनी में काफी फर्क रहता है। हिन्दू सामने से लड़ता है और हिन्दुत्ववादी पीछे से वार करता है। हिन्दू सत्य के लिए लड़ता है और हिन्दुत्तवादी सिर्फ सत्ता के लिए। राहुल गांधी ने महंगाई पर कम बोला, लेकिन हिन्दू व हिन्दुत्ववादी विषय पर अपने विचार रखे।

रैली में शामिल लोगों ने उनके भाषण को सराहा भी, लेकिन अब यह देखना होगा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर कितना कायम रह पाती है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी पहले भी हिन्दू वोटों के लिए इस तरह के प्रयोग कर चुकी है, लेकिन चुनाव होने के बाद या सत्ता में आने के बाद इसे भूल जाती है। राहुल गांधी के पिताजी व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सबसे पहले राम मंदिर के ताले खुलवाकर वहां विराजमान रामलला की पूजा अर्चना शुरु करवाई थी। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी भी मंदिरों में दर्शन करके और अपने भाषणों में हिन्दू दर्शन की बात करके हिन्दुओं में पैठ बनाने का प्रयास कर रहे हैं। अब देखना है कि जयपुर में जो संदेश राहुल गांधी ने दिया है, वह उस पर कितना खरे उतरते हैं क्योंकि उनके भाषण के तुरंत बाद ही भाजपा व दूसरे दलों ने राहुल गांधी के भाषण को लेकर उनके विरुद्ध धावा बोल दिया है। भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड ने कहा कि राहुल गांधी ने हिन्दुत्व की जो व्याख्या की है, वह उन लोगों का अपमान है, जो स्वयं को हिन्दू मानते हैं। भाजपा मीडिया सेल ने भी राहुल गांधी के भाषण को लेकर मुहिम छेड़ दी है। भाजपा को इस बात से भी डर है कि अगर कांग्रेस ने हिन्दुत्व पर अपने कदम आगे बढ़ा दिए और इसे  हिन्दू वोट बैंक का समर्थन मिलने लगेगा तो  भाजपा को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ेगा। उत्तर भारत में हिंदू  वोट बैंक में भाजपा की पकड़ मजबूत है। ऐसे में कांग्रेस ने सेंधमारी कर दी तो समीकरण बिगड़ सकते हैं।

 उधर, मुस्लिम नेता व सांसद असदुदीन ओवैसी ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि यह देश हिंदुओं का नहीं है बल्कि सभी भारतीयों का है, जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल हैं। ओवैसी राहुल गांधी के उक्त भाषण को लेकर कांग्रेस पर प्रहार करेंगे साथ ही मुस्लिमों को अपनी पार्टी की तरफ खींचने के लिए इसका प्रयोग करने से नहीं चूकेंगे। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी का भाषण जबरदस्त चर्चा का विषय है। अब देखना है कि कांग्रेस अपने नेता के भाषण पर कितना कायम रह पाती है। अगर कायम रहती है तो जनता उसे कितना समर्थन देती है और मुस्लिम उक्त भाषण को किस रुप में लेते हैं। आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इसकी सच्चाई भी सामने आ जाएगी।

राकेश कुमार शर्मा, संपादक जन प्रहरी एक्सप्रेस

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