लखनऊ। जर, जोरु और जमीन के लिए आदिकाल से ही संघर्ष की कहानी चल रही है, लेकिन अब राजनीति में सफल होने के लिए प्रत्याशी इस हद तक गिरने लगे हैं, वे अपने सगे-संबंधियों और दोस्तों की भी बलि लेने से नहीं चूक रहे हैं। विरोधी दलों के प्रत्याशियों पर हमले की बातें आम हो गई है, लेकिन चुनाव में खुद की जीत पक्की करने और जनता की सहानुभूति के आधार पर वोट हासिल करने के लिए अपने ही सगे भाई और खास दोस्त की हत्या तक करवा ली। यह घटना यूपी चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल से चुनाव मैदान में उतरे मनोज गौतम ने अंजाम दी है। मनोज गौतम पर आरोप है कि उन्होंने चुनाव में जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए अपने सगे भाई और उसके दोस्त की हत्या करा दी। पुलिस ने मनोज गौतम समेत चार जनों को गिरफ्तार किया है। मनोज गौतम खुर्जा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में है। उसे लगा कि भाई की हत्या से मिलने वाली जनता की सहानुभूति उसकी चुनावी नैया पार लगा सकती है। इस पर मनोज ने अपने सहयोगियों व चालक को इस षडयंत्र में शामिल करते हुए भाई विनोद और उसके करीबी दोस्त सचिन का अपहरण करवाया और फिर उसकी हत्या करवा दी। इनकी लाशें खुर्जा के जंगलों में फिंकवा दी। पुलिस के मुताबिक, मनोज गौतम की लाइसेंसी बंदूक से ही दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी। लाइसेंसी बंदूक व गोली के आधार पर पुलिस ने मनोज व उसके साथियों को धरा। दोनों की हत्या व अपहरण के पीछे मनोज गौतम बसपा प्रत्याशी पर आरोप लगा रहा था कि उसने यह सब करवाया, लेकिन पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ गई।

-फोटो: आरोपी प्रत्याशी मनोज गौतम की है।

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