जयपुर. गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान गणेश के जन्मोत्सव को लेकर शहर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर, श्री नहर के गणेश, गढ़ गणेश और परकोटा गणेश मंदिर में भव्य तैयारियां की गई हैं। मंदिरों में सजावट, विशेष श्रृंगार, भक्ति संध्याओं और छप्पन भोग की झांकियों के साथ भक्तों को अनूठे दर्शन होंगे। गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले आज 26 अगस्त को सभी मंदिरों में सिंजारा महोत्सव मनाया जा रहा है। इसमें भगवान गणपति को हजारों किलो मेहंदी अर्पित की जाएगी। बाद में इसे प्रसाद स्वरूप भक्तों में बांटा जाएगा। वहीं, 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी के दिन सुबह से लेकर देर रात तक पूजा-अर्चना, पंचामृत अभिषेक, विशेष श्रृंगार और आरती के कार्यक्रम होंगे। मोती डूंगरी मंदिर में आज सिंजारा महोत्सव के तहत गणपति को 3100 किलो मेहंदी अर्पित की जाएगी। यह मेहंदी पाली के सोजत से मंगवाई गई है। पूजा के बाद रात 7:30 बजे से मंदिर परिसर के पांच स्थानों पर प्रसाद स्वरूप मेहंदी का वितरण होगा। महिला और कन्याओं के लिए अलग पंक्ति की व्यवस्था की गई है। इसी दिन मंदिर में भक्ति संध्या और रात्रि जागरण होगा, जबकि शयन आरती रात 10 बजे की जाएगी। महंत कैलाश शर्मा ने बताया 26 अगस्त को गणेश जी का विशेष श्रृंगार होगा। इस दौरान भगवान चांदी के सिंहासन पर विराजेंगे और उन्हें स्वर्ण मुकुट धारण कराया जाएगा। यह मुकुट साल में सिर्फ गणेश चतुर्थी पर ही पहनाया जाता है। इसके अलावा भगवान को नौलखा हार भी पहनाया जाएगा, जिसमें मोती, सोना, पन्ना और माणक शामिल हैं। यह हार महंत परिवार ने तीन महीने में तैयार करवाया है। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में 27 अगस्त को गणेश जन्मोत्सव के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। भोग के समय दोपहर 1:30 से 2:00 बजे तक पट मंगल रहेंगे।
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