मुंबई. महाराष्ट्र में सियासत फिर गरमा गई है। मुद्दा 1.54 लाख करोड़ रुपए की लागत से लगने वाले सेमीकंडक्टर प्लांट का है। यह प्लांट महाराष्ट्र के बदले गुजरात में लग रहा है। इससे विपक्ष शिंदे सरकार से सवाल कर रहा है कि महाराष्ट्र से डील लगभग पक्की हो गई थी, तो यह प्लांट गुजरात कैसे चला गया? एनसीपी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह प्लांट राजनीतिक दबाव में महाराष्ट्र से छीना गया है, जिसे वापस लाना होगा। अगर यह प्लांट महाराष्ट्र नहीं आया तो राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए महंगा पड़ेगा। भारतीय उद्योग समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन 1.54 लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि अघाड़ी सरकार ने इस परियोजना को बहुत मजबूती से आगे बढ़ाया था। मौजूदा सरकार ने निवेशकों का विश्वास खो दिया है, इसलिए वे यहां नहीं आ रहे हैं। महाराष्ट्र ने फॉक्सकॉन और वेदांता को पुणे के तलेगांव में प्रोजेक्ट लाने के लिए 39 हजार करोड़ की छूट देने का ऑफर दिया था, जबकि गुजरात ने सिर्फ 29 हजार करोड़ रुपए। गुजरात सेमीकंडक्टर की पॉलिसी बनाने वाला इकलौता राज्य है। बजटीय प्रावधान भी किए।

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