नई दिल्ली। मिजोरम में विशेष अधिकार कानून के खिलाफ अपनी लंबी जंग लड़कर सुर्खियों में रही इरोम शर्मिला इन दिनों खासी चर्चाओं में है। उनके चर्चाओं में रहने का कारण भारतीय जनता पार्टी पर लगाए गए आरोपों है। एक एक्टिविस्ट से राजनीतिज्ञ बनी इरोम शर्मिला अब चुनाव मैदान में उतरने का मन बना रही है। इरोम का दावा है कि भाजपा के एक नेता ने उन्हें राजनीतिक व्यवस्था से अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने चुनाव लडऩे के लिए ढेर सारे रुपयों की जरुरत पडऩे की बात कही। जब रुपयों का इंतजाम नहीं हो पाने की बात कही तो भाजपा नेता ने कहा कि इस मामले में केन्द्र उनकी मदद करे देगा। इरोम ने दावा किया था कि भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के खिलाफ चुनाव लडऩे का सुझाव दिया था। साथ ही कहा कि चुनाव लडऩे के लिए 36 करोड़ रुपए की जरुरत पड़ेगी। अगर यह राशि वह न हीं दे पाएंगी तो इस स्थिति में उनकी केन्द्र मदद कर देगा। हालांकि भाजपा ने इरोम शर्मिला के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया। भाजपा ने कहा कि इरोम शर्मिला के इन दावों में ज्यादा दम नहीं है।

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