OP Rawat
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जयपुर. देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओ. पी. रावत ने कहा कि मीडिया पूरा सच सामने लाने के लिए तथ्यों को लेकर 360 डिग्री एंगल से काम करे और विश्वसनीयता बनाए रखे, क्योंकि ऐसे दिन आने वाले हैं जब सही तथ्य जानने के रास्ते नहीं होंगे और विश्वास का संकट होगा। उन्होंने पाठकों से आह्वान किया कि अच्छे अखबार के लिए उनको ज्यादा कीमत देने में भी संकोच नहीं करना चाहिए।

रावत शुक्रवार को राजस्थान पत्रिका के केसरगढ़ स्थित मुख्यालय परिसर में 28वें पं. झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यान एवं सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर 2018 में श्रेष्ठ कविता और कहानी के लिए साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। राजनीतिक, न्यायिक, प्रशासनिक, मीडिया,
सामाजिक और आध्यात्मिक क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों की मौजूदगी में रावत ने कहा,आज सही दिखाया जाए, वही सबसे ज्यादा कीमती है। पिछले साल दो वैज्ञानिकों को बैक्टीरिया एवं वायरस पर खोज के लिए नोबल
पुरस्कार मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि इन वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया एवं वायरस से मानवता के कल्याण की तकनीक खोजी है, इससे कितना फायदा होगा और कितना नुकसान, यह कल्पना करना तो आज मुश्किल है। जब परमाणु की खोज हुई तब भी ऐसी ही स्थिति थी। परमाणु ऊर्जा का स्रोत है तो विनाश का कारण भी, यही स्थिति बैक्टीरिया या वायरस से संबंधित खोज की भी है। ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी बन जाती है कि वह 360 डिग्री यानि हर पहलू को समझे व जाने कि इनका किस तरह उपयोग हो सकता है। इसके खतरों के बारे में कल्पना करे, रोकने को जनमत तैयार करे और कल्याणकारी उपयोग के रास्ते खोलने का कार्य करे। उन्होंने कहा कि आज किसी के खिलाफ लिखना चाहे तो अखबार चलाना मुश्किल है। यह तभी संभव है जब सही
को प्रकाशित करने का दम हो और पाठक ज्यादा कीमत देने को तैयार हो।

-खबरें दबाने का युग, हिम्मत दिखाएं पत्रकार
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त रावत ने राजस्थान पत्रिका में शुक्रवार को ‘झूठे हैं
दावे शुगर फ्री उत्पाद भी चीनी जैसा नुकसानदेहÓ शीर्षक से प्रकाशित खबर को
जनता के लिए उपयोगी बताया और कहा कि ऐसी खोज वाली खबर बहुत देरी से आई,
क्योंकि शुगर फ्री उत्पादों का इस्तेमाल बढऩे से डॉक्टरों को इलाज में परेशानी
बढ़ रही है। इसी तरह सच्चाई यह है कि कॉलेस्ट्राल का दिल की बीमारी से कोई
संबंध नहीं है, घी से कोई नुकसान नहीं होता है। आज खबरें दबाने का युग है, ऐसे
में पत्रकार को ज्यादा हिम्मत की जरूरत है। समाज भी सच सामने लाने वाले मीडिया
का तन-मन-धन से साथ दे।
-पत्रिका ने मूल्यों को बढ़ाने का कार्य किया
रावत ने पत्रिका की मिसाल देते हुए कहा कि पत्रिका ने मूल्यों को बढ़ाने का
कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के पुरोधा कर्पूर चन्द्र कुलिश से
वर्षों पहले उनकी मुलाकात हुई थी और आज भी उनके द्वारा स्थापित मूल्यों के साथ
अखबार पुष्पित पल्लवित हो रहा है। उनकी परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है।
पत्रिका को धन्यवाद, यहां अब भी मूल्यों को जिंदा रखने की मशाल जली हुई है।

शिल्पा की ‘तमाशा नहीं मिसाल बनोÓ, विट्ठल की ‘सीखÓ की प्रशंसा
समारोह में कहानी में अहमदाबाद की कथाकार शिल्पा श्री को उनकी कहानी ‘तमाशा
नहीं मिसाल बनोÓ और जोधपुर के विनोद विट्ठल को कविता ‘सीखÓ के लिए पहले
पुरस्कार के रूप में 21 हजार रुपए प्रदान किए गए। दूसरे स्थान पर रहे
बांसवाड़ा के भरतचन्द्र शर्मा को ‘गोद भराईÓ कहानी के लिए ११ हजार रुपए देकर
सम्मानित किया गया। बिहार के शंकरानंद को ‘इंतजारÓ कविता के लिए ११ हजार रुपए
देकर सम्मानित किया गया।

निर्भीक पत्रकारिता हमारी पहचान
राजस्थान पत्रिका के डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन ने कहा कि आज के फेक न्यूज के
दौर में भी पत्रिका सच की राह पर चलते हुए, चुनौतियों का सामना करते हुए
कुलिशजी की निर्भीक पत्रकारिता की परंपरा को निभा रहा है। निर्भीक और
भ्रष्टाचार के खिलाफ पत्रकारिता करने में पत्रिका को नुकसान उठाने पड़े, हमारे
अनेक पत्रकार घायल हुए, फिर भी पत्रिका आज देश के गिने-चुने संस्थानों में है,
जो तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज पत्रिका नम्बर वन पर आ गया है। टीवी, अखबार,
डिजिटल मीडिया सभी में पत्रिका अग्रणी है। पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब
कोठारी विधानसभा चुनाव से पूर्व तीन राज्यों में पहुंचे, आम व प्रबुद्ध लोगों
से संवाद किया। लोगों में उनसे मिलने की होड़ लग गई। नतीजा राजस्थान, एमपी,
छत्तीसगढ़ में सटीक विश्लेषण के रूप में सामने आया।

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