बेंगलुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां 14वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता प्रतिभा पलायन को रोकना है। ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेन के रूप में बदलना है। मोदी ने प्रवासियों से निवेश और अपनी काबिलियत के योगदान के जरिए सबसे पहले भारत को विकसित करने की अपील की। मेरे लिए एफ डीआई का मतलब फस्र्ट डवलप इंडिया, सबसे पहले भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के जरिए विकसित करना है, जो प्रवासी भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों के लिए पूरी तरह से लचीला बनाया जा चुका है और जो घरेलू कंपनियों के समान लाभ उठा सकते हैं। तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन पर मोदी ने सरकारी कार्यक्रमों में भागीदारी करते हुए देश के चौतरफा विकास में सहयोग का आह्वान किया। प्रवासी भारतीय हमारी प्रमुख योजनाओं को लागू करने, उनसे जुड़े रह कर और अपना समय और ऊर्जा देकर भारत की तरक्की में योदगान कर सकते हैं। प्रतिभा का पलायन ब्रेन ड्रेन देश के लिए नुकसानदेह समझा जाता है। भारतीय बेहतर जीवन और नौकरी की तलाश में विदेश चले जाते हैं, लेकिन मेरे लिए और मेरी सरकार के लिए यह प्रतिभा का पलायन नहीं बल्कि प्रतिभा को पाना ब्रेन गेन है। प्रवासी भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों ने बेहतरीन योगदान दिया है। इनमें बड़े कद के नेता, प्रसिद्ध वैज्ञानिक, बेहतरीन चिकित्सक, मेधावी शिक्षाविद्, अर्थशास्त्री, पत्रकार, इंजीनियर, बैंकर्स और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ शामिल हैं।