सवाई माधोपुर। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में करीब आठ महीने के शावक की मौत हो गई। यहां खण्डार रेंज के गोठविहारी इटावदा वनक्षेत्र में शव मिला। शावक बाघिन टी-69 का था। बाघ या पैंथर के हमले से मौत होना सामने आ रहा है। रणथम्भौर के सीसीएफ पी कथिरवेल ने बताया कि नाका गिलाई सागर के वनकर्मी सोमवार सुबह गश्त कर रहे थे। इस दौरान सुबह बाघिन टी-69 के दहाड़ सुनाई दी। वन विभाग की टीम दहाड़ की दिशा गोठविहारी इटावदा वन क्षेत्र की तरफ गई। वहां बाघिन टी-69 के शावक का शव मिला। सूचना पर वन विभाग की टीम और वेटरनरी डॉक्टर भी पहुंचे। वन अधिकारियों ने बताया कि प्रथम दृष्टया शावक की मौत बाघ या पैंथर के हमले के कारण हुई है। शावक की उम्र करीब आठ महीने की थी। शावक का शव करीब बारह घंटे पुराना है। बाघिन टी-69 का दूसरा शावक पूरी तरह सुरक्षित है। इसका कैमरा ट्रैप में आज ही फोटो आया है। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी डॉ. सीपी मीणा ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान शावक का सेक्स आईडेंटिफाई नहीं हो सका है। शावक का वेरेटाइल पार्ट इंटेक्ट (अधूरा) था। शावक के गर्दन पर नाखून के निशान थे। मुंह और जीभ पर चोट के निशान थे। शरीर के अंदर खून का स्त्राव था। इसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि किसी बिग कैट के हमले से शावक की मौत हुई है। वन विभाग और वेटरनरी डॉक्टर शावक के शव को कब्जे में लेकर राजबाग नाके पर लेकर आए।। वन अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और मेडिकल टीम की मौजूदगी में शावक का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।

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