प्रयागराज. मकर संक्रान्ति के पावन त्यौहार पर प्रयागराज कुंभ में पहला स्नान संपन्‍न हुआ। इस अवसर पर विभिन्न अखाड़ों का पहला शाही स्नान आयोजित किया जा रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज कुंभ मेले में पहुंच रहे हैं। मकर संक्रान्ति के पावन अवसर पर गंगा, यमुना और सरस्‍वती नदियों के संगमस्‍थल पर बड़ी संख्‍या में साधु-संत, सामान्‍य तीर्थयात्री और विश्‍व भर से पर्यटक पवित्र डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज आ चुके हैं।

अखाड़ों के पहले शाही स्नान आज आयोजित किया गया। यह श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण केन्‍द्र है। शाही स्नान सवेरे सवा 6 बजे प्रारंभ हुआ। अखाड़ों के शाही स्‍नान में सुगमता के लिए सुरक्षा का पुख्‍ता इंतजाम किया गया था। शाही स्‍नान के लिए जुलूसों की सुरक्षा के लिए केन्‍द्रीय अर्द्ध-सैनिक बलों को तैनात किया गया था। इसके लिए स्‍नान घाट निर्धारित किए गए थे।
प्रयागराज में प्रत्येक 6 वर्ष में कुंभ मेला लगता है और 12 वर्षों में महा-कुंभ मेला लगता है। पहले इन्हें अर्ध-कुंभ और कुंभ के नाम से जाना जाता था। लेकिन इस वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने अर्ध-कुंभ को कुंभ तथा कुंभ को महा-कुंभ नाम दिया है।

मेला प्रशासन ने मेला क्षेत्र में लोगों के रहने के लिए 87 सस्‍ती आवासीय सुविधा की व्यवस्था की है। अन्य एजेंसियों ने भी विभिन्‍न स्‍थानों पर पर्यटकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित उच्‍च गुणवत्ता वाले टैंट लगाए हैं। मेला क्षेत्र में विशेष टैंट कॉलोनी भी स्‍थापित की गई है। पर्यटक कुंभ मेला वेबसाइट के माध्‍यम से अपनी जरूरत और बजट के अनुसार इन टैंटों को बुक कर सकते हैं। मेला प्रशासन का कहना है कि सभी प्रबंध किए गए हैं और इस अवसर पर लगभग 1 करोड़ 20 लाख तीर्थयात्रियों के पहुंचने का अनुमान है।

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