जयपुर। 5 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जमवारामगढ़ के जयसिंहपुरा निवासी शहीद प्रकाशचंद मीणा की प्रतिमा से पर्दा उठ ही गया। शहीद प्रकाश मीणा की प्रतिमा के अनावरण को लेकर 4 साल के अंतराल में न तो वर्तमान सीएम वसुंधरा राजे ही समय निकाल पाई न ही पूर्व सीएम अशोक गहलोत। शनिवार को केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री व स्थानीय सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयसिंहपुरा पहुंचकर शहीद प्रकाश की प्रतिमा का अनावरण किया। पर्दे में ढकी प्रकाश की प्रतिमा जैसे ही पर्दे से बाहर आई तो समीप ही खड़े पिता श्रीकृष्ण मीणा व उसकी मां भगवती की आंखें भर आई। यहां उपस्थित ग्रामीणों ने शहीद प्रकाश व भारत माता के जयकारें लगाए। इस मौके पर सांसद कर्नल राठौड़ ने कहा कि देश आज ऐसे युवाओं के दम पर ही सुरक्षित है। प्रकाश ने कम आयु में ही पैरामिलिट्री फोर्स ज्वाइन की और अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। प्रकाश ने देश के युवाओं के सामने देश प्रेम की एक अनूठी मिसाल पेश की है। कर्नल राठौड़ ने शहीद प्रकाश के नाम से 15 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन के निर्माण की घोषणा की। इस मौके पर विधायक जगदीश मीणा, सीआरपीएफ से सेवानिवृत्त डिप्टी कमांडेट व ग्राम पंचायत सामरेडकलां सरंपच सीताराम छापोला, भूदान बोर्ड अध्यक्ष रामनारायण नागवा, भाजपा नेता जगदीश नौनपुरा सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

-वर्तमान सीएम व पूर्व सीएम के खिलाफ जताया रोष
शहीद प्रतिमा के अनावरण को लेकर लंबें समय से समय नहीं निकाल पाने के मामले में ग्रामीणों में रोष देखने को मिला। शहीद के परिजन गिरधारी लाल मीणा ने बताया कि 13 मई 2012 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों से लड़ते हुए जयसिंहपुरा निवासी प्रकाशचंद मीणा शहीद हो गए थे। बाद में शहीद के परिजनों ने उसकी प्रतिमा स्थापना को लेकर स्वयं के खर्च पर जमीन खरीदी, प्रतिमा का निर्माण कराया। लेकिन उसके अनावरण को लेकर सीएम राजे व पूर्व सीएम गहलोत समय ही नहीं निकाल पाए। हाल ही प्रतिमा खंडित हुई तो फिर नई प्रतिमा बनाई और तय किया कि ग्रामीण स्वयं उसका 13 मई को अनावरण करेंगे। अंतत: सांसद राठौड़ ने प्रतिमा का अनावरण किया। बता दें 13 मई 2012 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में प्रकाशचंद मीणा शहीद हो गया था।

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