नयी दिल्ली. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि मालदीव के मौजूदा संकट में दखल नहीं देने देने का फैसला पूरी तरह सोच- समझकर किया गया, लेकिन यह समय बताएगा कि यह फैसला सही था या नहीं।
रावत ने आज एक थिंकटैंक के कार्यक्रम में कहा, ‘‘ मुझे पूरा भरोसा है कि देश के राजनयिकों और राजीतिक इकाई ने मालदीव पर विचार किया और जो सर्वश्रेष्ठ था वह किया।

भविष्य में क्या योजना होगी, उसका इंतजार करिए।’’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या भारत को मालदीव में चीन के बढते प्रभाव को देखते हुए वहां के मौजूदा संकट में सैन्य दखल देना चाहिए। सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि भारत हथियारों के आयात पर निर्भर है, लेकिन अब वह देश के भीतर ही हथियारों के विनिर्माण पर विशेष ध्यान दे रहा है।

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