– तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कार्यकर्ताओं के नाम लेटर लिखा।
-जनप्रहरी एक्सप्रेस
जयपुर. तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कार्यकर्ताओं के नाम लेटर लिखा। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने माना, उपचुनाव में रणनीतिक कमजोरी रही। पूनिया ने कहा मैं मानता हूं कि उपचुनावों में हमारी कुछ रणनीतिक कमजोरी रही और कांग्रेस को बोलने का मौका जरूर मिला। लेकिन, हमने उसकी भरपाई पंचायती राज खासकर ज़िला परिषद में बहुमत हासिल करके पूरी कर ली और पहली बार किसी विपक्षी पार्टी को ऐतिहासिक बढ़त मिली। कामयाबी और नाकामी जिंदगी और दुनिया के सच हैं। पूनिया ने ट्वीट कर 4 पन्नों के एक भावुक लैटर में ऐसी कई बातें लिखी हैं, जिनकी सियासी चर्चाएं हो रही हैं। इसमें राजनीतिक महत्वाकांक्षा और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर सियासी भविष्य और विधानसभा, लोकसभा चुनाव की तैयारियों की बातें भी शामिल हैं।
दरअसल, गुरुवार को उनके कार्यकाल के तीन साल पूरे हो गए। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के नाम एक लेटर लिखा, जिसमें पिछले 3 सालों की परफाॅर्मेंस का भी जिक्र करते हुए लिखा- विधानसभा उपचुनाव ही नहीं राज्यसभा चुनाव, महापौर चुनाव, नगर निकाय चुनाव, पंचायत समिति प्रधान जैसे ज्यादातर चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस से हार का मुंह देखना पड़ा है। हालांकि यह बात जरूर सच है कि सिर्फ जिला प्रमुख चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस पर बढ़त बनाकर जीत दर्ज की।
पूनिया ने ट्वीट किए अपने लेटर में लिखा है कि आज 3 साल का कार्यकाल पूरे होने पर मैं इतना ही कह सकता हूं कि मेरी अपनी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। जैसा कभी-कभी प्रचारित किया जाता है। हां, यह मंशा ज़रूर है कि अध्यक्ष की ड्यूटी को निभाने में इस तरह जुटा हूं कि पार्टी राजस्थान में दो तिहाई बहुमत का आंकड़ा हासिल करे और बेस्ट आइडियल और डायरेक्शन की ओर बढ़ सके। इसके लिए मैं अपनी पूरी एनर्जी, डेडिकेशन और कोशिश के साथ मेहनत कर रहा हूँ। कामना यही है कि अपने काम में भी सेवा के धर्म में लगातार जुटा रहूं। पार्टी के शुभचिंतक कार्यकर्ताओं से यह आग्रह ज़रूर करूंगा कि वह मन-वचन कर्म में बेसिक आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करें। राजनीति के उत्साह घोषणाओं में बदल जाते हैं। लेकिन, नारों की मर्यादा बनाए रखें। ऐसे नारे नहीं लगाएं जिससे हमारी विरोधी पार्टियों की क्रिटिसाइज करने का मौका मिले। मैं चाहूंगा कि कार्यकर्ता इस काम में मेरा सहयोग करें। खैर,, राजनीति और राजनीति की बातें ” हरि अनन्त, हरि कथा अनन्ता” जैसी हैं। कामना यही है, जब तक जीवन रहे- हम रोजाना सेवा करते रहें।
– मिशन 2023 और 2024 के संकेत
पूनिया ने 3 साल के कार्यकाल के बाद आगे भी एक्सटेंशन के संकेत दिए हैं वह कि राजस्थान विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव और आगे भी काम करते रहेंगे। उन्होंने लिखा-यूं तो राजनीति की लम्बी यात्रा में टारगेट का अंत नहीं है। लेकिन, मैं इस 3 साल के स्टेप पर कह सकता हूँ कि जो अपेक्षा संगठन ने मुझसे की हैं, हमने अपनी टीम के साथ उसे मन-वचन-कर्म से पूरा करने की कोशिश की है। यह मिशन 2023, 2024 और आगे भी केन्द्रीय संगठन की पॉलिसी और डायरेक्शन के मुताबिक करते रहेंगे। भविष्य में बीजेपी राजनीतिक तौर पर ऐसी पार्टी बने, जिसे जीता नहीं जा सके, न ही जिसमें सेंध लगाई जा सके। इसके लिए हम पूरे समर्पण के साथ काम करेंगे। पूनिया ने प्रदेशाध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति के 3 साल पूरे होने पर पीएम नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कार्यकर्ताओं और आम जनता को एक 4 पेज का बेहद भावुक लैटर लिखा है। जिसकी सियासी गलियारों में खासी चर्चाएं हैं। पूनिया ने इस लैटर में 2023 और 2024 के मिशन में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत का संकल्प लिया है। साहित्यिक भाषा में लिखे लैटर को साधारण शब्दों में समझें तो पूनिया ने कहा है कि उन्हें सोशल मीडिया पर देखने पर अचानक ही याद आया कि बीजेपी राजस्थान अध्यक्ष पद पर नॉमिनेट और इलेक्टेड हुए 3 साल पूरे हो गए। समय बहुत तेजी से गुजरा है। इस दौरान एक फिल्म सी नजर आती है। जो सपने जैसी आंखों में उतर जाती है। समय का हिसाब सब करते हैं। पूनिया ने हिन्दी कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता की पंक्तियां लिखी हैं…
“जीवन की आपाधापी में कब वक्त मिला,
कुछ देर कहीं पर बैठ, कभी यह सोच सकूँ,
जो किया, कहा, माना उसमें क्या बुरा-भला ।”
पूनिया ने आगे लिखा क्या सोचना कि क्या खोया, क्या पाया ? चिंतन तो आभार जताने का है। पहला एक्सप्रेशन संगठन, पार्टी, जनता, विचारधारा, आदर्श, सीनियर्स, कार्यकर्ताओं और सहयोगियों सब के लिए थैंकफुलनेस का है। इसके लिए सभी बड़ों को दिल से धन्यवाद देता हूं कि मेरे जैसे सामान्य किसान परिवार के साधारण से कार्यकर्ता पर इस जिम्मेदारी के लिए विश्वास किया। इस पीरियड के दौरान पार्टी संगठन के सभी कार्यकर्ताओं-जनप्रतिनिधियों की गाइडेंस मिली और सहयोग मिला। इस कारण ही मैं इस बड़ी ड्यूटी को अच्छी तरह निभा पाया। इसके लिए सभी का आभार जताता हूं।
पूनिया ने लिखा छात्र और युवा राजनीति से मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स में आने तक वक्त को जनता की सेवा और लोगों को साथ जोड़ने के लिए समर्पित किया है। पिछले दो साल कोरोना से लड़ने की चुनौतियों में ही बीते, लेकिन इस बात का भी गौरव है कि मैं एक ऐसे राजनीतिक परिवार का नेतृत्व कर रहा हूँ, जो स्वभाव और संस्कार से सेवा भाव रखने वाला है। संतोष यह भी है कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के “सेवा ही संगठन ” के आदर्श रास्ते पर चलते हुए सेवा व्रत का गोल लिया है। प्रदेश की करोड़ों जनता तक भोजन, राशन और इलाज में मदद के लिए लॉयल रखकर काम किया है।

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