-नोखा में 400 करोड़ की पेयजल योजना निरस्त की
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने अपने विधानसभा क्षेत्र नोखा में विकास कार्य को लेकर किये गये मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दावों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री से जवाब मांगा है कि कांग्रेस शासन में स्वीकृत नोखा तहसील के 137 गांवों व नोखा शहर से जुड़ी पेयजल परियोजना आखिर क्यों रोकी गई है। नोखा में पेयजल के गंभीर संकट के मद्देनजर कांग्रेस शासन में 399.07 करोड़ रूपये की परियोजना स्वीकृत की गई थी लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने राजनीतिक दुर्भावनावश समीक्षा के नाम पर जनहित की इस महत्वपूर्ण योजना को निरस्त कर दिया। डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री नोखा में एक तरफ पेयजल निरस्त करती हैं और दूसरी तरफ विकास पर वाहवाही लूटना चाहती हैं। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि इस परियोजना के तहत नोखा तहसील के 137 गांवों व नोखा शहर सहित देशनोक कस्बे और बीकानेर तहसील के 9 गांवों को भी इंदिरा गांधी नहर परियोजना से पेयजल उपलब्ध करवाया जाना था। इस संबंध में निविदा भी जारी की चुकी थी। इस परियोजना के तहत पम्पिंग स्टेशन, राईजिंग लाइन, उच्च जलाशय, वितरण पाईप लाईन आदि का कार्य भी स्वीकृत किया गया था। लेकिन विधानसभा चुनाव उपरांत सरकार बदलने के बाद वर्तमान सरकार ने समीक्षा के नाम पर निरस्त कर दिया। इस वजह से ही नोखा क्षेत्र में पेयजल का संकट यथावत है। डूडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 13 दिसंबर को बीकानेर में पत्रकार वार्ता में पुरजोर शब्दों में यह कहा है कि नोखा क्षेत्र में राज्य सरकार ने बड़े विकास कार्य कराये हैं। जब मुख्यमंत्री समीक्षा के नाम पर पेयजल से जुड़ी करीब 400 करोड़ रूपये की जनकल्याणकारी योजना को बंद कर सकती हैं तो वे नोखा क्षेत्र में किस विकास की बात कर रही हैं। डूडी ने मांग की है कि नोखा क्षेत्र की इस परियोजना को जनहित में तत्काल बहाल किया जाए।

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