जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र (टीएसपी) का सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार उन सभी योजनाओं को मूर्त रूप दे रही है, जिनसे इस क्षेत्र के विकास को गति मिले।
गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बांसवाड़ा जिले के पोटलिया गांव में कुशलगढ़ पंचायत समिति के पूर्व प्रधान स्व. हुरतिंग खड़िया की मूर्ति अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने का काम बड़े रूप में हाथ में लिया जाएगा। योजना में ग्राम स्तर पर बनाई गई समितियों के माध्यम से प्रदेश के गांव-ढाणी में बसे 80 लाख से ज्यादा परिवारों के घर तक नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग के माध्यम से क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। आदिवासियों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बेणेश्वर धाम के विकास के लिए हमारी सरकार ने ‘बेणेश्वर धाम विकास बोर्ड’ का गठन किया है। इसके विकास के लिए 132 करोड़ रूपए की योजना है, जिस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
गहलोत ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है। विशेषज्ञ इसकी तीसरी लहर की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। ऎसे में आदिवासी क्षेत्र में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में और अधिक जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें लगातार मास्क पहनने, परस्पर दूरी रखने तथा बार-बार हाथ धोने जैसे कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करनी होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी पात्र लोगों को 5 लाख रूपए तक का इलाज कैशलेस उपलब्ध करा रही है। योजना से जुड़े सभी सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में इलाज सुविधा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. हुरतिंग खड़िया ने कुशलगढ़ क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया। उन्होंने हमेशा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में भागीदारी निभाई। उनके असामयिक निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी रमीला खड़िया विधायक के रूप में जनसेवा के कार्यों को आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कुशलगढ़ क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखेगी। इस क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं इसके भवन, तालाब सहित अन्य विकास कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। गहलोत ने इस मौके पर स्व. हुरतिंग खड़िया की मूर्ति का वर्चुअल रूप से अनावरण किया।
कार्यक्रम में जनजातीय क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि स्व. हुरतिंग खड़िया आदिवासी क्षेत्र के सक्रिय एवं जागरूक जनप्रतिनिधि थे। उनके कार्यों के लिए कुशलगढ़ की जनता उन्हें याद रखेगी। बामनिया ने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों में भी मुख्यमंत्री विकास योजनाओं को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं। समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए उन्होंने कई संवेदनशील फैसले किए हैं।
विधायक रमीला खड़िया ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र कुशलगढ़ के पिछड़े गांवों एवं ढाणियों का विकास स्व. हुरतिंग खड़िया का सपना था। सिंचाई, सड़क, बिजली-पानी सहित आधारभूत ढांचे के विकास के लिए उन्हाेंने प्रतिबद्धता से काम किया। खड़िया ने विभिन्न योजनाओं एवं बजट घोषणाओं के माध्यम से कुशलगढ़ क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया।
पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, पूर्व विधायक भीमा भाई डामोर तथा बांसवाड़ा नगर परिषद के सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में बांसवाड़ा जिला प्रमुख रेशम मालवीया भी उपस्थित थीं। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव टीएडी शिखर अग्रवाल, उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी सहित बड़ी संख्या में कुशलगढ़ एवं टीएसपी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि कार्यक्रम से जुड़े।

LEAVE A REPLY