नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को संसद में आम बजट पेश किया। बजट किसानों, कमजोर वर्गों के विकास पर फोकस रहा है। सरकार ने कमजोर वर्गों का जीवन स्तर सुधारने के लिए एक करोड़ परिवार को गरीबी से बाहर निकालने का लक्ष्य रखा है। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज चौथा आम बजट पेश करते हुए कहा कि नोटबंदी से देश की जीडीपी बढ़ेगी और बैंकिंग सेक्टर में मजबूती आएगी। इससे देश को फ ायदा होगा। हमारी सरकार ने कालेधन के खिलाफ कार्रवाई की। महंगाई को सरकार ने काबू किया है और दालों के उत्पादन में तेजी आई है। जेटली ने कहा कि 2019 तक एक करोड़ परिवारों को गरीबी से बाहर लाने का लक्ष्य रखा गया है। 50 हजार ग्राम पंचायतों को भी गरीबी मुक्त किया जाएगा। फ सल बीमा अब 30 फ ीसदी की बजाय 40 फ ीसदी होगा। कृषि क्षेत्र में 4.1 फीसदी वृद्धि दर देखी गई। इसलिए फार्म क्रेडिट के तौर पर 10 लाख करोड़ का लक्ष्य बजट में बनाया है। फ सलों के बीमा का कवरेज 50 फीसदी तक बढ़ाया है। किसानों को समय पर कर्ज मिले, इसके लिए दस करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है। फ सल बीमा योजना में 2017-18 में 9 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। वहीं रोजगार के अवसर और ग्रामीण विकास कार्यों के लिए मनरेगा के तहत 48 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। 5 हजार करोड़ रुपये का सिंचाई फं ड रखा है। खेती, किसान और कमजोर वर्गों के विकास के लिए आम बजट में और भी अहम घोषणा की गई हैं।