नई दिल्ली। पाकिस्तान के सफल बल्लेबाजों में एक सरफराज अहमद और पूर्व क्रिकेटर व कोच वकार यूनुस के बीच आपसी मनमुटाव के मामले में आखिरकार सरफराज बोल ही पड़े। सरफराज ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल को कहा कि काफी समय से वकार यूनुस के साथ अपनी समस्या की बात शेयर नहीं कर पा रहा था। इसके पीछे एक कारण, उन्हे भय था कि कहीं टीम से उन्हें बाहर न कर दिया जाए। पाकिस्तान टीम का कोच रहने के दौरान वकार और सरफराज के संबंध बेहतर नहीं रहे। इस मामले में सरफराज ने पहली बार अपना मुंह खोला। सरफराज ने कहा कि जिम्बाब्बे दौरे से पहले मुख्य चयनकर्ता के पास गया, ताकि उसे टीम से बाहर नहीं किया जाए। बेहरत परफार्म के बाद भी जिंबाब्वे दौरे से पहले टी-20 मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया। जिससे वे डर गए। इस दौरे में सरफराज एक सफल बल्लेबाज व विकेटकीपर के तौर पर उभरे। फिर भी उनके डरे होने पर वे कुछ नहीं बोले। 2015 के वल्र्डकप के दौरान भारी दबाव के बाद भी वकार ने उन्हें शुरुआती 4 मैचों से दूर रखा। सरफराज ने कहा कि टीम के अन्य खिलाडिय़ों के साथ ऐसा होते देखा, इसलिए कुछ नहीं बोलेंगे।

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