जयपुर. नेत्रदान, देहदान में ही नहीं आमजन में जागरूकता, लोगों की जिंदगी बचाने की भावना और मिथक को तोड़ने जैसे अनेक कारणों से स्वैच्छिक रक्तदान में भी राजस्थान आगे है। रक्तदान अमृत महोत्सव के दौरान प्रदेश में 698 शिविर में 32 हजार 518 यूनिट रक्त एकत्र कर राज्य देश में टॉप-5 में शामिल हो गया। पहले नंबर पर मध्यप्रदेश, दूसरे पर राजस्थान, तीसरे पर महाराष्ट्र, चौथे पर गुजरात और 5वें नंबर पर कर्नाटक रहा है। यह खुलासा केंद्र सरकार की ओर से स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए जारी आंकड़े में हुआ है। रक्तदान अमृत महोत्सव के तहत पिछले साल 17 सितंबर से 1 अक्टूबर-2022 तक देशभर में ढाई लाख लोगों ने रक्तदान किया। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमित शर्मा का कहना है कि रक्तदान करके किसी एक या दो नहीं बल्कि चार लोगों तक की जान बचाता है। एक यूनिट ब्लड के चार हिस्से कर सकते हैं। इसमें रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल, प्लाज्मा अलग-अलग कर दिए जाते हैं। स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग पांच से छह लीटर खून होता है और हर तीन माह में एक व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।

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